उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 19 साल की लॉ की छात्रा के सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी को मंगलवार को हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया. पीड़िता ने सोमवार को एक सुसाइड नोट लिखकर अपनी जान दे दी थी. जिसमें उसने कहा था कि वह पुलिस की निष्क्रियता की वजस से वो ये कदम उठा रही है. बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि सुसाइड नोट को उसकी लिखावट की जांच के लिए भेजा गया है. बाकी आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
लड़की के घरवालों ने अपनी शिकायत में पुलिस पर कार्रवाई में देरी करने का आरोप लगाया है. इससे पहले पीड़िता द्वारा की गई शिकायत में कहा गया कि 3 अक्टूबर को कमरुद्दीन और उसके 3 दोस्तों ने पीड़िता का अपहरण किया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. यह शिकायत पीड़िता ने अनूपशहर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी. उसने कहा था कि कमरुद्दीन ने उससे माफी मांगी और उससे शादी करने की भी पेशकश की, जिसके बाद उसने अपनी शिकायत पर आगे काम न करने का फैसला किया.
16 अक्टूबर को कमरुद्दीन और उसके दोस्तों ने फिर से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और पुलिस ने 24 अक्टूबर को उसकी शिकायत पर मामला दर्ज किया, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. पीड़िता के पिता ने स्थानीय मीडिया से कहा कि पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने की वजह से उनकी बेटी ने अपना जीवन खत्म कर लिया.
बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा, "मामले की जांच की जा रही है और जांच में देरी करने के कारण जांच अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. अनूपशहर के इंस्पेक्टर और सर्कल अधिकारी की भूमिका की जांच एसपी क्राइम करने रहे है और दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी."
एक पुलिस सूत्र ने खुलासा किया कि जांच के दौरान आरोपी के मोबाइल की लोकेशन उस जगह से अलग पाई गई, जिस जगह का उल्लेख पीड़िता ने किया था, इसके कारण कार्रवाई में देरी हुई.
(इनपुट IANS से)
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