'सुपरचोर' बंटी या देविंदर सिंह जिस पर 500 से ज्यादा चोरी के मामले दर्ज है, जिसको 15 साल की जेल हुई और साथ ही एक ब्लॉकबस्टर हिंदी फिल्म जिस पर आधारित है. साल 2010 में लोकप्रिय रियलिटी टीवी शो 'बिग बॉस' (Big Boss) में भी बंटी दिखाई दिया था. बंटी वही फेमस चोर है, जिस पर 2008 में दिबाकर बनर्जी ने Oye Lucky, Lucky Oye फिल्म बनाई थी और अभय दोओल बंटी का किरदार निभाते नजर आए थे.
मार्च 2023 में केरल में 10 साल की जेल की सजा पूरी करने वाले एक बंटी को शुक्रवार, 14 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के कानपुर से फिर से गिरफ्तार कर लिया है. 1993 के बाद से, 53 साल के बंटी को पुलिस ने कम से कम छह बार गिरफ्तार किया और तीन बार उसको दोषी ठहराया गया.
जेल से बाहर आने के एक महीने से भी कम समय में बंटी को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. द क्विंट ने पता लगाया कि आखिर ये सब क्यों और कैसे हुआ?
पुरानी आदत मुश्किल से जाती है
केरल की एक जेल से रिहा होने के एक महीने के भीतर शुक्रवार (14 अप्रैल) को बंटी फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. केरल में साल 2013 में एक NRI से 28 लाख रुपये की स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) लूटने के आरोप में बंटी दस साल जेल में बंद था.
रिहाई के बाद दो घरों में की चोरी
वहीं रिहाई के बाद बंटी अपने दिल्ली वापस आ गया था, लेकिन वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आया. पुलिस का दावा है कि बंटी चोर ने 12 और 13 अप्रैल की रात सीआर पार्क थाने के जीके पार्ट-2 इलाके में दो अलग-अलग जगहों पर सेंधमारी की वारदात को अंजाम दिया था.
उसने एक घर में चोरी करने के बाद वहां से कार भी चुराई और चुराया हुआ सामान उसी गाड़ी में रख कर फरार हो गया. तीन मोबाइल फोन भी चोरी किए गये थे.
डीसीपी (दक्षिण) चंदन चौधरी के अनुसार, 12-13 अप्रैल की दरमियानी रात को एम ब्लॉक, जीके-2 में एक घर में सेंधमारी की वारदात को अंजाम दिया गया. घर से 3 मोबाइल फोन,घड़ी, जूते, कैमरा और ट्राईपॉड चोरी किए गए. चोर को घर में कार की चाबी दिखी. उसने चाबी से बलेनो कार खोली और चोरी का सामान उसी में रखकर फरार हो गया. इसके बाद उसने ई ब्लॉक, जीके-2 में SBI के गेस्ट हाउस में सेंधमारी को अंजाम देते हुए सोनी के 5 LED टीवी और प्रिंटर आदि चोरी किए और फिर फरार हो गया.
इन दोनों ही मामलों में IPC की धारा 380 और 457 के तहत मामला दर्ज किया गया, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की.
DCP चौधरी ने कहा, "पहली शिकायतकर्ता, GK-2 में M ब्लॉक की निवासी था. उसने तीन महंगे मोबाइल फोन, एक पर्स, दो लैपटॉप, ब्रांडेड जूते, कलाई घड़ी और अपनी बलेनो कार की चोरी का आरोप लगाया. दूसरी शिकायतकर्ता ने जीके-2 के ई ब्लॉक से चोरी की सूचना दी. बिजली के सामान जैसे स्टीम प्रेस, सेट टॉप बॉक्स के साथ पांच सोनी टेलीविजन सेट और एक प्रिंटर की चोरी का दावा किया."
पुलिस ने सबसे पहले उत्तर प्रदेश में आगरा के पास एक हाईवे पर आरोपी की लोकेशन का पता लगाया और पीछा करने के बाद उसे कानपुर के पास टोल बूथ पर 'सुपर चोर' को पकड़ लिया.
द क्विंट ने दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड ACP राजिंदर सिंह से बात की, जिनका किरदार ओए लकी, लकी ओए फिल्म में अभिनेता अनुराग अरोड़ा ने निभाया था. सिंह ने कहा, "जब चोरी की बात आती है तो चोर आमतौर पर आसान टारगेट ढूंढते हैं. लेकिन बंटी ने हमेशा सेंध लगाने के लिए कठिन घरों को चुना."
मुझे न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी का यह मामला याद है, जहां वह एक घर में घुसना चाहता था, जिसमें एक रॉटवीलर कुत्ता था. बंटी ने एक पशु चिकित्सक से सलाह ली और कुत्ते को गुमराह करने के लिए एक फीमेल कुत्ते के मूत्र में भिगोए हुए सूती कपड़े का इस्तेमाल किया.राजिंदर सिंह,रिटायर्ड ACP
2008 में आई फिल्म में भी इस घटना का उल्लेख किया गया था.
दिल्ली पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, बंटी की पहली गिरफ्तारी 1993 में हुई थी. तब से, वह चोरी के कम से कम 500 मामलों में शामिल रहा है और तब से वह जेल से बाहर आ रहा है
2013 में द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में बंटी के पिता कृपाल सिंह ने कहा था, "वह पांच महीने पहले मुझसे मिला और मुझे उसने बताया कि वो तिहाड़ जेल से बाहर आ गया है. उसने चोरी करना पूरी तरह से बंद कर दिया है."
सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस को यह भी बताया कि बंटी ने 1989 में 14 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था. लंबे समय तक, परिवार को उसकी कोई खबर नहीं थी, हालांकि उसको खोजने के लिए , परिवार ने अखबार में लापता के विज्ञापन भी डाले थे.
दिल्ली के विकासपुरी इलाके में रह रहे कृपाल ने कहा, "बाद में हमें पता चला कि देविंदर किस तरह की जिंदगी जी रहा है, हमारे पूरे परिवार में उसके जैसा कोई नहीं है."
बंटी चोरों के लिए है एक आदर्श
कई वर्तमान और पूर्व पुलिस कर्मियों की राय है कि बंटी एक "मजाकिया व्यक्ति है जो आत्मविश्वास से भरा हुआ है, लक्जरी कारों, कंप्यूटरों का शौकीन और अपनी महिला मित्रों के बीच लोकप्रिय है."
बंटी को साल 2008 और 2011 के बीच चोरी के कुछ मामलों के सिलसिले में दक्षिण दिल्ली जिले के स्पेशल स्टाफ की टीम ने गिरफ्तार किया था.
स्पेशल सीपी (स्पेशल सेल) एचजीएस धालीवाल, जो उस समय डीसीपी (साउथ) के पद पर तैनात थे, द क्विंट को बताया कि पूछताछ के दौरान बंटी ने एक घटना सुनाई, जो उनके काम करने के स्टाइल को दर्शाती है.
धालीवाल ने एक घटना याद करते हुए बताया, " एक बार, वह एक भीड़-भाड़ वाले मार्केट से एक कार चोरी करने की कोशिश कर रहा था, तभी उसे कार के मालिक ने पकड़ लिया और शोर मचाया. घबराने या मौके से भागने की कोशिश करने के बजाय, बंटी ने सबके सामने मालिक को थप्पड़ मारा और 10 एयर कंडीशनर (बंटी से) खरीदने और उनके लिए भुगतान नहीं करने के लिए उसे दोषी ठहराया, जिसके कारण उसे अपनी कार 'लेने' के लिए मजबूर किया जा रहा था!" जबकि आसपास के सभी लोग सोच रहे थे कि कार मालिक को वास्तव में बंटी के कुछ पैसे देने थे, वह आत्मविश्वास से गाड़ी लेकर चला गया."
दिल्ली पुलिस के एक अन्य कर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अपने आपराधिक करियर के चरम पर "बंटी अन्य चोरों के लिए एक प्रेरणा बन गया." उन्होंने कहा, "वे सभी बंटी बनना चाहते थे जैसे कि वह एक ब्रांड एंबेसडर था. उन्होंने नियमित रूप से समाचार पत्रों में जगह बनाई और जोखिम लेने की उसकी क्षमता ने उसे अन्य चोरों से अलग कर दिया."
बंटी की चोरी की लिस्ट
बंटी की चोरी की लिस्ट में पालतू कुत्ते, लग्जरी कारें, व्हिस्की फ्लास्क शामिल हैं
DCP (दक्षिण) चंदन चौधरी के अनुसार, 14 अप्रैल को बंटी से दिल्ली पुलिस द्वारा बरामद की गई वस्तुओं में से कुछ इस प्रकार थीं:
लाल रंग की बलेनो कार
एक Apple Mac सहित दो लैपटॉप
तीन मोबाइल फोन
एक राडो गोल्डन और स्टील कलाई घड़ी
एक ग्रे और काला लैपटॉप बैग
एक हरा फॉसिल मेकअप पर्स
सेट टॉप बॉक्स के साथ पांच सोनी टेलीविजन सेट
एक स्टीम प्रेस
एक एलजी प्रिंटर
शिकायतकर्ता और उसके परिवार के सदस्यों के मूल पहचान पत्र
शिकायतकर्ताओं के डेबिट और क्रेडिट कार्ड
शिकायतकर्ताओं की चेक बुक
एक पहचान पत्र जिसमें एक तरफ 'पुलिस' लिखा हुआ है और दूसरी तरफ बंटी की तस्वीर है.
2,500 रुपये नकद
साधारण चोरों से क्यों अलग है बंटी
(रिटायर्ड) एसीपी राजिंदर सिंह ने द क्विंट को बताया कि बंटी की हमेशा अनोखी चीजों पर नजर रहती थी जब बात आती थी कि वो क्या चुराता है तो वो साधारण चीजे छोड़ कर अनोखी चीजे ही चुराता था.
राजिंदर सिंह ने कहा, "अन्य चोर उन चीजो को चुराया करते थे जिन्हें वे आसानी से बाजार में बेच सकते थे, वहीं बंटी उन चीजों को चुराता जो उसे पसंद आती थी. इनमें लक्जरी कार, घड़ियां, पेंटिंग, कंप्यूटर, कीबोर्ड, पालतू कुत्ते और यहां तक कि व्हिस्की फ्लास्क भी शामिल थे. कुछ चीजे बेचने के बजाय ये चीजें, वो अपने घर ले जाया करता और उनको इस्तेमाल किया करता. कभी-कभी, वो उन्हें अपनी महिला मित्रों को उपहार में दिया करता था. "
ऐसा प्रतीत होता है कि बंटी के तौर-तरीके और उसके पसंदीदा आइटम नहीं बदले हैं.
ओए लकी! लकी ओए!
2008 में दिबाकर बनर्जी ने ओए लकी! लकी ओए! नामक एक कॉमेडी फिल्म डायरेक्ट की जो बंटी की जिंदगी पर आधारित थी. फिल्म में अभय देओल, परेश रावल और नीतू चंद्रा नजर आए थे.
फिल्म में, पश्चिमी दिल्ली का एक लड़का बड़ा होकर निडर और रिस्क लेने वाला आदमी बन जाता है, जो लोगों को एक अनोखे अंदाज में लूटता है, और साथ ही चोरी अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए नहीं बल्कि सिर्फ मजे के लिए करता है.
इस फिल्म ने 2009 में बेस्ट पोपुलर फिल्म का नेशनल अवार्ड जीता था.
बिग बॉस में आया था नजर
बंटी ने साल 2010 में रियलिटी टीवी शो बिग बॉस में भाग लिया था. हालांकि, होस्ट सलमान खान के साथ बदतमीजी करने की वजह से उन्हें दूसरे दिन ही शो से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था.
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