दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान (Disha Salian) की मौत मामले की जांच SIT करेगी. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि दिशा सालियन की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल यानी SIT का गठन किया जाएगा.
महाराष्ट्र विधानसभा में दिशा सालियान की मौत का मामला बीजेपी के विधायकों और एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों ने उठाया.
नितेश राणा ने की नार्को टेस्ट की मांग, आदित्य ठाकरे का पलटवार
इस मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे और बीजेपी विधायक नितेश राणे (Nitesh Rane) ने उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) की नार्को टेस्ट (Narco Test) की भी मांग की है.
वहीं इस मामले को लेकर पत्रकारों के सवाल पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि, "घोटालेबाज मुख्यमंत्री को बचाने के लिए ये मुद्दा सदन में उठाया गया है." बता दें कि, नागपुर निवेश ट्रस्ट की भूमि के नियमितीकरण को लेकर सीएम एकनाथ शिंदे विपक्ष के निशाने पर हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा,
"हमारी राजनीति इतनी निम्न स्तर की कभी नहीं थी... नेता राजनीति के लिए एक लड़की की मौत का इस्तेमाल कर रहे हैं. मौत के बाद उसके माता-पिता ने राष्ट्रपति से उत्पीड़न बंद करने की अपील की है, लेकिन इन लोगों के मन में उसके लिए भी कोई सम्मान नहीं है. यह तानाशाही है.. ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि वे डरे हुए हैं."
कैसे हुई थी दिशा की मौत?
28 साल की दिशा सालियान की 8 जून, 2020 को मुंबई के मलाड में एक रिहायशी इमारत की 14वीं मंजिल से गिरने से मौत हो गई थी. मुंबई पुलिस ने एक्सीडेंटल डेथ का मामला दर्ज किया था. वहीं इस घटना के 6 दिन बाद अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत हो गई थी.
SIT जांच की घोषणा करते हुए फडणवीस ने कहा कि सालियान की मौत से जुड़ा मामला कभी भी सीबीआई को ट्रांसफर नहीं किया गया था और कोई क्लोजर रिपोर्ट पेश नहीं की गई है.
विधानसभा में जमकर हुआ हंगामा
दिशा सालियान की मौत मामले को लेकर गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा और विधान परिषद में जमकर हंगामा हुआ. दोनों सदनों की कार्यवाही कई बार स्थगित भी करनी पड़ी.
हंगामे के बीच फडणवीस ने कहा, 'मामला मुंबई पुलिस के पास है. जिन लोगों के पास इस मामले के संबंध में कोई सबूत है, उन्हें सामने आना चाहिए. हम SIT के माध्यम से इसकी जांच करेंगे.”
वहीं विपक्ष के नेता अजीत पवार ने कहा कि सीबीआई सालियान की मौत की जांच पहले ही कर चुकी है और पाया कि यह आत्महत्या का मामला है. उन्होंने कहा कि सरकार को इसका इस्तेमाल राजनीतिक हिसाब चुकता करने के लिए नहीं करना चाहिए. इस पर जवाब देते हुए फडणवीस ने कहा,
"दिशा की मौत का मामला सीबीआई के पास नहीं था और कोई क्लोजर रिपोर्ट नहीं है. हम आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम किसी भी नए सबूत की निष्पक्षता और बिना राजनीतिक पूर्वाग्रह के जांच करेंगे."
विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए राणे ने सालियान और राजपूत की मौत के मामले में आदित्य ठाकरे का नार्को टेस्ट कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि इससे सच्चाई सामने आएगी. अगर श्रद्धा वाकर मामले में आफताब का नार्को टेस्ट हो सकता है, तो इन मामलों में आदित्य का यह टेस्ट क्यों नहीं हो सकता?”
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