यूपी के कानपुर में कथित गैंगरेप की शिकार नाबालिग बच्ची के पिता की सड़क हादसे में मौत हो गई है. हैरानी की बात है कि एक दिन पहले ही इस पिता ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ हुए कथित गैंगरेप के खिलाफ केस दर्ज कराया था.
पीड़ित परिवार ने इस हादसे को हत्या बताया है. पीड़िता को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया था. इस मामले में पीड़िता ने गांव के 3 लोगों का नाम लिया है.
परिजनों को हत्या का शक
गैंगरेप सर्वाइवर के रिकहा कि, मेरे बेटे की हत्या की गई है और इन लोगों से पुलिस की सांठ-गांठ है. इससे पहले पीड़िता के परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया था कि केस दर्ज कराने के बाद उन्हें धमकियां मिल रही है.
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी
कानपुर पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि इस केस में मुख्य आरोपी गोलू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं.
वहीं कानपुर पुलिस ने कहा कि “पीड़िता के पिता की ट्रक से दुर्घटना में हुई मौत दुखद है और इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक की निगरानी में टीम गठित करके तथ्यों के आधार पर जरूरी कार्रवाई की जा रही है.”
इससे पहले इस केस पर विवाद बढ़ने के बाद कानपुर के डीएम ने वीडियो जारी करके कहा कि, इस मामले की जांच जारी है और प्रशासन पीड़ित परिवार के साथ है. मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पीड़िता के परिवार को 5 लाख मुआवजा देने की घोषणा की गई है.
कौन हैं आरोपी?
इस मामले में दीपू यादव और सौरभ यादव दो आरोपी हैं, जिनके पिता यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं. इस केस में तीसरे आरोपी गोलू यादव को गिरफ्तार किया जा चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़ित परिवार का कहना है कि केस फाइल करने के बाद से ही उन्हें धमकाया जा रहा था.
कानपुर पुलिस ने पीड़िता के पिता की शिकायत पर गैंगरेप और आपराधिक दबाव बनाने के आरोपों के तहत आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था.
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