यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के गढ़ गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) परिसर में पुलिस पर हुए हमले में नया मोड़ आया है. आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें उसे ये कहते हुए सुना जा सकता है कि मुसलमानों पर जुल्म हो रहा है. इसके साथ ही उसने सीएए-एनआरसी और कर्नाटक का भी जिक्र किया है.
वीडियो में अहमद ने बताया कि, वो नेपाल से गोरखपुर आया था. आगे वो कहता है कि "टैंपो पर चढ़े, हमने कहा गोरखनाथ मंदिर पर ही उतार देना, पुलिस है वहां उसी पर हम हमला कर देंगे और फिर चले जाएंगे, काम तमाम हो जायेगा मेरा." अहमद ने कहा,
मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है तो हमने सोचा अब कर ही दो भाई, इस वजह से नेपाल में भी नहीं सो पाए थे. कर्नाटक में भी मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है और उसे कुछ समय से ये लगने लगा था कि मुस्लिम समुदाय को पूरी दुनिया ही परेशान करने में लगी हुई है."
एडिशनल डायरेक्टर जनरल (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि उन्होंने पहले ही बताया था कि घटना के पीछे एक बड़ी साजिश है. पुलिस मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रही है. जांच के दौरान आरोपियों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की पुष्टि की जाएगी."
मीडिया द्वारा अहमद के मेंटल कंडीशन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, अगर आरोपी ऐसा दावा करता है, तो हम मानदंडों के अनुसार विशेषज्ञों द्वारा मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन करवाएंगे, जो अदालत में मान्य होता है.”
फिलहाल अहमद यूपी पुलिस के एंटी टेरिज्म स्कॉड की हिरासत में हैं और पूछताछ जारी है. बता दें कि 3 अप्रैल को देर रात एक आईआईटी ग्रेजुएट अहमद मुर्तजा अब्बासी ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में एंट्री करने की कोशिश की और जब सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोका तो उसने जवानों पर हथियार से हमला कर दिया, जिससे पीएसी के दो जवान घायल हो गए. हालांकि अन्य सुरक्षाकर्मियों ने उसे फौरन पकड़ लिया और हमले में इस्तेमाल किया गया धारदार हथियार जब्त कर लिया था.
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