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गोरखनाथ मंदिर अटैक: एक IITian जिसपर अब आतंकवादी होने का आरोप है- कौन है अब्बासी?

Gorakhpur temple attack: आरोपी मुर्तजा अब्बासी को पुलिस ने पहले मानसिक रूप से अस्थिर बताया, अब आतंकी एंगल भी शामिल

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उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Mandir) के मुख्य द्वार पर तैनात पीएसी के जवानों पर हमले के दो दिन बाद भी जांच पर रहस्य बना हुआ है. शुरू में आधिकारिक बयान जारी कर कहा गया कि यह हमला मानसिक रूप से अस्थिर व्यक्ति ने अपने स्तर से किया है लेकिन अब इसे एक आतंकी साजिश (टेरर प्लॉट) बताया जा रहा है.

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कौन है आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी?

पीएसी के जवानों पर हमले का मुख्य आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी (Ahmed Murtaza Abbasi) को अब गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार IIT मुंबई का पूर्व छात्र अब्बासी असल में मुंबई और जामनगर में पला-बढ़ा है.

सूत्रों के अनुसार अहमद मुर्तजा अब्बासी गोरखपुर के एक प्रभावशाली परिवार से ताल्लुक रखता है. उनके पिता एक रिटायर्ड कानूनी सलाहकार हैं जबकि उनके चाचा शहर के एक नामी डॉक्टर हैं.

नाम न छापने की शर्त पर एक वरिष्ठ पुलिस कर्मचारी ने बताया कि "उनका (अब्बासी का) परिवार 2020 में गोरखपुर शिफ्ट हो गया. तब से वह कभी-कभार मुंबई जाता है"

जहां राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर इस घटना को आतंकी कार्य (एक्ट ऑफ टेरर) कार्य कहा है, वहीं आरोपी अब्बासी का परिवार सभी आरोपों को साफ तौर पर नकार रहा है.

सुसाइड करने की बात करता था अब्बासी- आरोपी के पिता 

आरोपी के घर तक मीडिया कर्मियों के प्रवेश को रोकने के लिए मंगलवार, 5 अप्रैल को पुलिस ने गोरखपुर में उसके घर की जबरदस्त घेराबंदी की थी. घटना के तुरंत बाद अहमद मुर्तजा अब्बासी के पिता मुनीर अहमद ने मीडिया के सामने बातचीत में दावा किया कि उनके बेटे ने मानसिक समस्यायों को जाहिर किया था जो बाद में बढ़कर आत्महत्या की प्रवृत्ति तक पहुंच गया.

"एक बार मैंने उसे एक साइकिल खरीद कर दी. कुछ दिनों बाद उसने मुझे बताया कि उसे अपनी साइकिल को किसी दूसरे गाड़ी में टक्कर मार कर खुद को मार देने का मन करता है."

अब्बासी ने 2015 में IIT मुंबई से ग्रेजुएशन पूरा किया था. उनके परिवार के अनुसार उसने इसके बाद नागोथाने में रिलायंस पेट्रोकेमिकल में नौकरी की. हालांकि बढ़ती मानसिक बीमारी के कारण उसने नौकरी छोड़ दी. पिता का कहना है कि अपनी नौकरी छोड़ने के बाद, अब्बासी एक ऐप डेवलपर बन गया, लेकिन उसे जारी नहीं रख सका क्योंकि वह व्यावसायिक रूप से सही नहीं था.

अब्बासी ने 2019 में यूपी के जौनपुर की एक लड़की से शादी की थी लेकिन कुछ ही महीनों बाद दोनों अलग हो गए. मामले की जांच कर रही टीम ने मंगलवार, 5 अप्रैल को जौनपुर में अब्बासी की पूर्व पत्नी के परिवार से भी मुलाकात की. अब्बासी की पूर्व पत्नी के पिता मुजफ्फर-उल-हक ने दावा किया कि बेटी और उसकी सास के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण दोनों अलग हो गए थे.

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