ADVERTISEMENTREMOVE AD

पत्रकारों के लिए इतना खतरनाक देश है भारत, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

रिपोर्ट के मुताबिक भारत दुनिया का पांचवां ऐसा देश है जहां पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

भारत में पत्रकारों के साथ होने वाली घटनाएं किसी से भी छिपी नहीं हैं. इसीलिए भारत का नाम उन देशों की लिस्ट में आता है जो पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक हैं. अब एक रिपोर्ट ने भी इस बात पर मुहर लगाई है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत दुनिया का पांचवां ऐसा देश है जहां पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं. इस लिस्ट में सबसे ऊपर अफगानिस्तान का नाम शामिल है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

भारत के पत्रकारों को मिली धमकियां

'रिपोर्ट्स विदआउट बॉर्डर्स' की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि साल 2018 में दुनियाभर के 80 पत्रकारों की हत्या हुई है. भारत में 6 पत्रकारों की हत्या हुई. इसके अलावा पत्रकारों से मारपीट के भी कई मामले सामने आए. रिपोर्ट में भारतीय पत्रकारों के साथ सोशल मीडिया पर किए गए बुरे बर्ताव या फिर ट्रोलिंग, कैंपेनिंग की भी बात कही गई है. बताया गया है कि भारत के पत्रकारों को सोशल मीडिया पर जान से मारने की कई धमकियां मिलीं.

रिपोर्ट में बताया गया है कि पत्रकारों की हत्या के लिए बर्बर तरीकों का इस्तेमाल किया गया था. पत्रकारों पर हुए इस तरह के व्यवहार के लिए राजनेताओं, धार्मिक संगठनों और कारोबारियों को जिम्मेदार बताया गया है. बताया गया है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल पत्रकारों पर हुए अपराध बढ़े हैं. 

ये देश हैं सबसे खतरनाक

पत्रकारों के लिए सबसे खतरनाक देशों की लिस्ट में जहां भारत का नंबर पांचवां है, वहीं इस टॉप फाइव की लिस्ट में अफगानिस्तान, यमन, सीरिया, मैक्सिको और अमेरिका जैसे देश भी शामिल हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि इन सभी देशों में मारे गए पत्रकार किसी भी लड़ाई या फिर बड़े विवाद में नहीं मारे गए. इनमें से ज्यादातर की हत्या कर उन्हें मारा गया. अमेरिका में भी इस साल 6 पत्रकारों की हत्या की गई. वहीं सीरिया में 11, मैक्सिको में 9 और यमन में 8 पत्रकारों को मौत के घाट उतारा गया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इन घटनाओं का जिक्र

रिपोर्ट में भारत की कुछ घटनाओं का जिक्र किया गया है, जिनमें बिहार में दो पत्रकारों की कार से कुचलकर हत्या का मामला भी शामिल है. इसके अलावा मध्य प्रदेश में रेत माफिया के ट्रक से पत्रकार को कुचलने की घटना का भी जिक्र है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×