इंटरपोल ने स्वयंभू बाबा नित्यानंद का पता लगाने में मदद करने के लिए ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है. गुजरात पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. कर्नाटक में नित्यानंद के खिलाफ बलात्कार का एक मामला दर्ज किये जाने के बाद पिछले साल वो भारत से भाग गया था.
पिछले साल नवंबर में दर्ज हुई थी FIR
राज्य पुलिस ने यहां नित्यानंद के आश्रम से दो लड़कियों के लापता होने के बाद पिछले साल नवंबर में उसके खिलाफ FIR दर्ज हुई थी. पुलिस उपाधीक्षक के टी कामरिया ने कहा, ‘‘इंटरपोल ने इस महीने विवादास्पद स्वयंभू बाबा के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है.’’ पुलिस ने बताया कि वे इस पर काम कर रहे थे कि अब उसके खिलाफ इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाए.
ब्लू कॉर्नर नोटिस क्या है?
एक आपराधिक जांच के सिलसिले में एक शख्स का पता लगाने या उसके बारे में जानकारी हासिल करने के लिए ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया जाता है जबकि रेड कॉर्नर नोटिस एक वांछित व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए जारी किया जाता है.
इक्वाडोर ने दी थी उसके ठिकाने की जानकारी
पिछले महीने दिसंबर में इक्वाडोर दूतावास ने एक बयान में कहा कि देश ने नित्यानंद के शरण के आग्रह को ठुकरा दिया था फिर उसने अगस्त 2019 में इक्वाडोर छोड़ दिया. फिर उसने कहा कि उसका अगला ठिकाना हैती होगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने नित्यानंद के दावे वाले 'हिंदू राष्ट्र कैलाशा' पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि जब मंत्रालय को नित्यानंद के मामलों के बारे में सूचित किया गया तो मंत्रालय ने उसका पासपोर्ट रद्द कर दिया.
कौन है नित्यानंद?
नित्यानंद का असली नाम राजशेखरन है और वह तमिलनाडु का रहने वाला है. उसने सन 2000 की शुरुआत में बेंगलुरू के पास एक आश्रम खोला था. कहा जाता है कि उसकी 'शिक्षाएं' ओशो रजनीश की शिक्षाओं पर आधारित होती हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, नित्यानंद के खिलाफ फ्रांस के अधिकारी भी चार लाख डॉलर के कथित धोखाधड़ी मामले में जांच कर रहे हैं.
बीते महीने, नित्यानंद के खिलाफ उसके अहमदाबाद स्थित आश्रम से दो लड़कियों के लापता होने के संबंध में एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
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