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Jaipur-Mumbai Express Train में 4 की मौत, फायरिंग से गिरफ्तारी तक क्या-क्या हुआ?

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Jaipur-Mumbai Express train Firing case: जयपुर-मुंबई ट्रेन के अंदर सोमवार (31 जुलाई) को रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के एक कांस्टेबल द्वारा की गई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई. घटना के बाद पुलिस ने आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह को गिरफ्तार कर एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है.

ANI ने पश्चिम रेलवे के हवाले से कहा कि घटना की जांच करने के लिए ADG (RPF) की अध्यक्षता में एक हाई लेवल कमेटी गठित की गई है.

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हालांकि, घटना की वजह सामने नहीं आयी है. लेकिन द इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि "एक बहस के बाद गोलीबारी हुई जिसने सांप्रदायिक रूप ले लिया."

वहीं, घटना के कुछ मिनट बाद ट्रेन का 51 सेकंड लंबा एक कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें आरोपी को यह कहते हुए देखा जा सकता है, "अगर आप भारत में रहना चाहते हैं, तो केवल मोदी, योगी को वोट दें."

क्या हुआ?

RPF कांस्टेबल चेतन सिंह (33) ने कथित तौर पर जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में अपने हथियार से 12 राउंड गोलियां चलाईं, जिससे एक कोच से दूसरे कोच में जाने से पहले उनके सहयोगी ASI मीना के अलावा तीन अन्य यात्रियों की मौत हो गई.

मुंबई रेलवे पुलिस ने पुष्टि की कि अन्य मृतकों की पहचान कोच बी5 में अब्दुल कादिर, कोच एस6 में असगर काई और पेंट्री में एक अज्ञात व्यक्ति के रूप में की गई है.

पुलिस ने बताया कि घटना सुबह करीब पांच बजे पालघर स्टेशन के पास हुई, जिसके बाद आरोपी चेतन सिंह कथित तौर पर दहिसर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से उतर गए.

मुंबई-जयपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में RPF कांस्टेबल चेतन कुमार ने अपने सहयोगी ASI टीकाराम मीना पर गोली चला दी और घटना के दौरान तीन अन्य यात्रियों को भी गोली लग गई. प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी ने अपने सरकारी गन से फायरिंग की. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. फायरिंग का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, हम इसकी जांच कर रहे हैं.
सुमित ठाकुर, CPRO, पश्चिम रेलवे
पुलिस ने कहा कि के चेतन कुमार सिंह के खिलाफ बोरीवली रेलवे पुलिस स्टेशन में IPC की धारा 302 (हत्या), शस्त्र अधिनियम और रेलवे पुलिस अधिनियम के तहत FIR दर्ज की गई है.

मृतक ASI को 25 लाख रुपये देने का ऐलान

पुलिस ने घोषणा की है कि ASI मीना के परिवार को 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मिलेगी. पुलिस ने बताया कि मृतकों के शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं.

कब और कैसे हुई घटना?

मुंबई जीआरपी रेलवे कमिश्नर रविंद्र शिशवे ने कहा, " ट्रेन जब वापस स्टेशन से निकली तो उसमें स्कॉर्टिंग के लिए तैनात आरपीएफ कांस्टेबल ने फायरिंग की, जिसमें चार की मौत हो गयी है. ट्रेन जब मीरा रोड आयी तो किसी यात्री ने चेन पुलिंग की तो सेफ्टी के लिए गाड़ी रूक गई. इस दौरान आरोपी ने भागने की कोशिश की लेकिन जीआरपी और आरपीएफ ने पकड़ लिया. घटना वापी के आगे आने के बाद हुई है. आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है."

घटना को क्यों दिया गया अंजाम?

पुलिस ने कहा है कि घटना की वजह अभी तक पता नहीं चल पाई है, और इसकी जांच चल रही है.

इंडियन एक्सप्रेस ने पश्चिमी रेलवे के एक सूत्र का हवाला देते हुए बताया कि गोलीबारी एक बहस के बाद हुई जिसने सांप्रदायिक रूप ले लिया.

इस बीच, घटना के बाद कथित वीडियो में सिंह ने कथित तौर पर कहा, "मीडिया पाकिस्तान से संचालित होता है और वे ही हमें खबरें दिखाते हैं. अगर आप भारत में रहना चाहते हैं, तो केवल मोदी, योगी को वोट दें."

हालांकि, राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) आयुक्त रवींद्र शिस्वे ने कहा कि उक्त वीडियो की जांच की जा रही है.

इस बीच, द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम रेलवे के IG सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त पीसी सिन्हा ने दावा किया कि सिंह "मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं."

कांस्टेबल चेतन सिंह मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित है. उसने पहले अपने वरिष्ठ को गोली मारी और फिर जो भी उसके सामने आया उसे गोली मार दी. वह अभी छुट्टी से लौटा था.
पीसी सिन्हा, आईजी, पश्चिम रेलवे

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, चेतन सिंह 12 दिन की छुट्टी के बाद अपने गृहनगर हाथरस से वापस आए और 18 जुलाई से अपनी ड्यूटी फिर से शुरू कर दी.

सिंह के चाचा भगवान सिंह ने द क्विंट से कहा, "चेतन के साथी उसे काफी समय से परेशान कर रहे थे. वे उसका ट्रांसफर नहीं कर रहे थे. इसलिए उसने यह कदम उठाया होगा."

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