महाराष्ट्र (Maharashtra) के रत्नागिरी जिले में बुधवार 08 फरवरी को एक पत्रकार को अपनी कार से कुचलने के आरोप में गिरफ्तार एक व्यक्ति के खिलाफ हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
कई मीडिया संगठनों ने पत्रकार शशिकांत वारिशे की मौत की जांच की मांग करते हुए दावा किया था कि उन्होंने स्थानीय भूमि डीलर पंढरीनाथ अंबरकर के खिलाफ लिखा था, जिन्हें प्रस्तावित रत्नागिरी रिफाइनरी परियोजना का समर्थक बताया जाता है.
हत्या के पीछे सही वजह की जांच जारी
संगठनों ने दावा किया कि अंबरकर ने सोमवार को रत्नागिरी जिले के एक पेट्रोल पंप पर पत्रकार की बाइक को अपनी कार के नीचे कुचल दिया था. वारिश ने मंगलवार को कोल्हापुर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया.
आरोपी जिसकी उम्र लगभग 42 साल है उसे भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत गिरफ्तार किया गया था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने अंबरकर के खिलाफ एफआईआर में धारा 302 (हत्या की सजा) जोड़ी है. उसे 13 फरवरी तक राजापुर में पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
पुलिस हत्या के पीछे सही वजह की जांच कर रही है.
इससे पहले, अखिल भारतीय मराठी पत्रकार परिषद के सदस्यों ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी और वारिश की मौत की जांच की मांग की थी.
रत्नागिरी रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल परियोजना, जिसे पहले तटीय कोंकण में रत्नागिरी जिले के नानर गांव में बनाया जाना प्रस्तावित था, इसे 2019 के चुनावों से पहले बीजेपी के तत्कालीन गठबंधन सहयोगी शिवसेना के आग्रह पर रद्द कर दिया गया था.
एक केंद्रीय मंत्री ने पिछले साल कहा था कि प्रति वर्ष 60 मिलियन मीट्रिक टन तेल रिफाइनरी स्थापित करना दुनिया का सबसे बड़ा प्लांट होगा और इसके पुनरुद्धार का संकेत दिया था.
रत्नागिरी रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल परियोजना को ही इस हत्या की वजह से जोड़ कर देखा जा रहा है. पुलिस की जांच अभी जारी है.
(न्यूज इनपुट्स - एनडीटीवी)
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