जुनैद-नासिर अपहरण और हत्या (Juanid-Nasir Murder) मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार, 2 मार्च को भरतपुर के घाटमीका पहुंचकर मृतकों के घरवालों से मुलाकात की. जुनैद-नासिर की कथित तौर पर भरतपुर से अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी और दोनों के शव एक जली हुई स्कॉर्पियो कार के अंदर हरियाणा के लुहाड़ी गांव से बरामद हुए थे.
अशोक गहलोत ने मृतकों के घर जाकर उनके बच्चों से भी मुलाकात की और कहा कि अपहरण और नृशंस हत्या की ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए राजस्थान पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है.
इस दौरान घरवालों ने अब तक की गई पुलिस कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया और मामले में जल्द न्याय दिलवाने की मांग की.
पीड़ित परिवारों को दी जाएगी आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवीय दृष्टिकोण से मृतक नासिर और जुनैद की पत्नी और उनके बच्चों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी. साथ ही सरकार ये भी सुनिश्चित करेगी कि इन बच्चों को उचित शिक्षा उपलब्ध हो सके. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को संबल देने के लिए राज्य सरकार सभी आवश्यक कदम उठाएगी.
'हरियाणा पुलिस दिखाए जांच में गंभीरता'
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार को इस मामले की जांच में ज्यादा गंभीरता दिखानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बात कर बाकी आरोपियों को गिरफ्तार करने तथा पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द न्याय दिलाने के प्रयास किये जा रहे हैं. इसके लिए दोनों राज्यों में डीजीपी स्तर पर भी लगातार बातचीत हो रही है.
केस ऑफिसर स्कीम के तहत होगी मामले की सुनवाई
गहलोत ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए इस घटना की जांच केस ऑफिसर स्कीम के तहत की जाएगी. स्कीम के अंतर्गत एक लीगल ऑफिसर को नियुक्त कर आरोपियों को गिरफ्तार करने से लेकर चालान पेश करने और बाकी कानूनी प्रक्रिया को समयबद्ध रूप से पूरा किया जा सकेगा और इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग हो सकेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस ने त्वरित एफआईआर दर्ज कर केस को आगे बढ़ाया है.
आपको बता दें कि पीड़ित परिवारों को शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान की तरफ से 5-5 लाख रुपये और पंचायत समिति पहाड़ी की ओर से 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा चुकी है.
साथ ही, दोनों परिवारों को पीड़ित प्रतिकर योजना के तहत भी अन्तरिम सहायता के रूप में 1.25 लाख रुपए प्रति परिवार उपलब्ध करवाए जाएंगे, जिसकी स्वीकृति जारी हो चुकी है. इसके अतिरिक्त अलग-अलग जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर दोनों परिवारों को लाभ दिया जाएगा.
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