जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर शहर में रविवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई. पुलिस ने कहा कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खास जानकारी के बाद सुरक्षा बलों ने गिल्ली कदल (जूनीमार) क्षेत्र में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया.
घेराव सख्त होने पर छिपे आतंकवादियों ने फायरिंग कर दी और मुठभेड़ शुरू हो गया. कश्मीर के आईजी पुलिस विजय कुमार का कहना है कि आतंकियों से सरेंडर के लिए अपील किया गया था पर वो नहीं माने उन्होंने अंदर से ग्रेनेड फेंका जिसके बाद CRPF और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. तीनों मारे गए हैं, दो की पहचान कर ली गई है एक की करना बाकी है. शवों का पोस्ट मार्टम करवाया जाएगा.
मारे गए तीनों आतंकवादियों में से दो की पहचान भरथना, श्रीनगर के शकूर फारूक लंगू और बिजबेहरा के शाहिद अहमद भट के रूप में की गई है. तीसरे आतंकी की पहचान नहीं हो पाई है. ये सभी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन/इस्लामिक स्टेट जम्मू और कश्मीर से संबंध रखते थे.
विजय कुमार ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए मनाने की पूरी कोशिश की. उन्होंने कहा,
“यहां तक कि उनके माता-पिता को भी उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए मनाने के लिए लाया गया था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया.”
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 20 मई, 2020 को सौरा में 90 फीट रोड पर मारे गए आतंकवादियों में से एक शकूर फारूक लंगू BSF के दो कर्मियों की हत्या में शामिल था. शहीद BSF जवान की AK राइफल, जो छीन ली गई थी मुठभेड़ की जगह से बरामद हुई.
अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर श्रीनगर शहर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के इलाकों में प्रतिबंध भी लगाए गए हैं.
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