मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मंदसौर (Mandsaur) जिले के पास एक गांव में किसी शादी समारोह (Wedding) में बंदूक लेकर घुसे एक शख्स की वजह से अफरा तफरी मच गई, जहां गांव के पूर्व सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी गई. परिजनों ने धरना प्रदर्शन कर आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है. अब तक पुलिस ने इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां की है लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहा है.
क्या है पूरा मामला?
घटना रविवार 13 दिसंबर की है जहां एक गांव में शादी समारोह में एक बंदूकधारी समेत कुछ उत्पाती लोग घुस आए, स्थानीय लोगों का कहना है कि ये उत्पाती जय श्री राम का नारा लगा रहे थे और किसी दक्षिणपंथी समूह से ताल्लुक रखते हैं. हालांकि पुलिस ने इनके दक्षिणपंथी समूह से ताल्लुक रखने की पुष्टी नहीं की है.
शादी समारोह का आयोजन करने वाले बाबा रामपाल (जो 6 लोगों की हत्या के मामले नें जेल की सजा काट रहे हैं) के भक्त हैं.
स्थानीय पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अमित वर्मा ने बताया कि बंदूक लेकर घुसे उत्पाती लोगों ने आरोप लगाया कि यह शादी अवैध तरीके से कराई जा रही है. पुलिस ने अब तक इनमें से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
रामपाल के भक्तों ने बताया कि यह शादी अलग प्रकार से की जा रही थी जिसे रमैणी कहते हैं जिसमें 17 मिनट में शादी हो जाती है. हमलावरों का आरोप है कि यह शादी हिंदू धर्म के खिलाफ है.
मोबाइल से लिया गया इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें आरोपी ने लाल रंग के कपड़े पहने हैं जो लोगों की तरफ बंदूक ताने खड़ा है. वीडियो में देखा जा सकता है सारे लोग घबरा कर इधर उधर भाग रहे हैं.
इस बीच गांव के पूर्व सरपंच देवीलाल मीणा को गोली लग जाती है जिन्हें राजस्थान के कोटा अस्पताल में भर्ती कराया जाता है. बाद में देवीलाल मीणा को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. शादी के मुख्य आयोजक मीणा ही थे जो शामगढ़ के रहने वाले थे और दो बार सरपंच बन चुके हैं, देवीलाल मीणा बीजेपी समर्थक थे.
मुख्य आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है. पुलिस ने कुल 11 लोगों पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.
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