महाराष्ट्र में दिवाली के दिन एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. एक 22 वर्षीय युवती को उसके प्रेमी ने एसिड और पेट्रोल से जलाने के बाद सड़क किनारे फेंक दिया, जहां वह 12 घंटे से अधिक समय तक वह पड़ी रही. मौत से 16 घंटे तक जूझने के बाद रविवार सुबह युवती ने दम तोड़ दिया. एक अधिकारी ने इस घटना की जानकारी दी.
नेकनूर पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी लक्ष्मण केंद्रे ने बताया कि यह घटना शुक्रवार देर रात की है. अविनाश आर. राजुरे (25) और सवित्रा डी. अंकुलकर (22) दिवाली के लिए नांदेड़ जिले के शेलगांव स्थित अपने घर के लिए पुणे से मोटरसाइकिल पर निकले थे.
केंद्रे ने आईएएनएस से कहा, "करीब 450 किलोमीटर की यात्रा पर निकले आरोपी राजुरे ने शनिवार को लगभग 2 बजे येलम्ब घाट क्षेत्र में एक वीरान जगह पर वाहन को रोका और युवती पर हमला किया."
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पहले, आरोपी ने उसका गला घोंटने का प्रयास किया, लेकिन पीड़िता ने उसका विरोध किया, फिर आरोपी ने तेजाब की एक बोतल निकाली और उस पर फेंक दिया.
आरोपी यहीं नहीं रुका, उसने अपने वाहन से पेट्रोल निकाला और पीड़िता पर डालकर आग लगा दिया और सड़क किनारे गड्ढे में धकेल दिया.
पुलिस ने आगे कहा, "एक चरवाहे ने पी़ड़िता की आवाज शनिवार की दोपहर 2 बजे के आसपास सुनी और तुरंत हमें सूचित किया. हम मौके पर पहुंचे और एसिड और पेट्रोल से गंभीर रूप से जलने के कारण उसे तड़पते हुए पाया और उसे बीड सिविल अस्पताल ले गए."
केंद्रे ने आगे कहा, "पीड़िता एसिड और पेट्रोल की आग के कारण 50 प्रतिशत जल चुकी थी और जिंदगी और मौत के बीच 16 घंटे की लड़ाई के बाद अस्पताल में आज (रविवार) सुबह उसने अंतिम सांस ली."
उन्होंने आगे बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, आरोपी और पीड़िता पुणे में कुछ सप्ताह तक लिव-इन पार्टनर के रूप में साथ रहे, हालांकि जानलेवा हमले के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं है.
नेकनूर पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज किया गया है, जबकि बीड पुलिस ने आरोपी राजुरे को पकड़ने के प्रयास में पुणे से नांदेड़ तक सभी जिला सीमा पुलिस चौकी के लिए हाई अलर्ट जारी किया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)