मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल के जमालपुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कथित तौर पर 9 मई को एक युवक के गले में पट्टा डालकर उसे फिल्मी स्टाइल में घसीटा गया और "कुत्ते की तरह भौंकने" के लिए कहा गया. शिकायत के आधार पर इस मामले में तीन आरोपियों समीर, साजिद और फैजान लाल को गिरफ्तार किया गया है. तीन आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) लगा दिया गया है.
विजय रामचंदानी (पंचवटी कालोनी लाल घाटी का निवासी) के रूप में पहचाने गए पीड़ित ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि घटना के वक्त उसे इस्लाम धर्म अपनाने के लिए भी कहा गया.
आरोपियों में से दो युवकों ने कथित तौर पर उसकी गर्दन के चारों ओर एक बेल्ट बांध दी, उसे लात मारना शुरू कर दिया और उसे गालियां दीं. पीड़ित ने सख्त सजा की मांग करते हुए कहा कि मैं डर से चुप रहा लेकिन उनके उत्पीड़न से तंग आ गया हूं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है कि उनके घरों को बुल्डोज कर दिया जाए.
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पुलिस कमिश्नर को जांच के आदेश दिए हैं. एफआईआर में मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के अलावा अपहरण, गलत तरीके से रोकना और जानबूझकर चोट पहुंचाना शामिल है.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि
मैंने वीडियो देखा, यह बहुत गंभीर मामला लग रहा था. किसी व्यक्ति के खिलाफ ऐसा व्यवहार निंदनीय है. मैंने पुलिस आयुक्त से घटना की जांच करने, कार्रवाई करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
"चाकू दिखाकर धमकाया"
पीड़ित युवक विजय ने अपनी शिकायत में कहा है कि
मैं शादी से लौटते हुए अपने दोस्त शाहरूख को टीलाजमालपुरा बाइक से पहुंचाकर लौट रहा था. राम मंदिर रोड पर मुझे फैजान, साहिल और समीर मिले, जिन्हें मैं पहले से जानता हूं. इन तीनों लोगों ने मुझे रोका और समीर ने मुझे पकड़कर तीन तमाचे मारे और फैजान मेरे जेब की तलाशी लेने लगा.
उसने आगे बताया कि घटना के वक्त ही कार से तीन लोग- बिलाल, मुफीद और साहिल आए और ये तीनों मुझे मारने की धमकी देने लगे. उन्होंने चाकू की नोक पर पैसे की मांग की और पीड़ित ने डर के मारे 700-800 रुपये दे दिए.
अपनी शिकायत में विजय ने बताया कि इसके बाद ये लोग मुझे बाइक पर बैठाकर पीजीबीटी कॉलेज के मैदान में सूनसान इलाके में ले गए और यहां इन लोगों ने मेरी एक्टिवा की चाबी और दोनों मोबाइल फोन छीन ली.
उन्होंने मुझे मारते-मारते कहा कि तू मियां बन जा, बड़े का गोश्त खाना शुरू कर दे, तू डरपोक है.
उसने आगे दावा किया कि इसके बाद फैजान ने उसके भाई लोकेश को फोन लगाया और कहा कि यह हम लोग को गाली दे रहा था, इसलिए इसे दो-तीन थप्पड़ मारा है. इसके बाद ये लोग मुझे घर तक छोड़ने के लिए बोले और एक फोन वापस कर दूसरा फोन तोड़ दिया.
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