बिहार (Bihar) के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में शुक्रवार, 21 जुलाई की शाम को प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही और उनके दो निजी गार्ड की गोली मारकर हत्या कर दी गई. गोलीबारी में 2 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनमें से एक की हालत नाजुक बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक, चार बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है.
बदमाशों ने कैसे वारदात को अंजाम दिया?
जानकारी के मुताबिक, प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही शहर के मारवाड़ी हाईस्कूल चंदवारा के पास एक अधिवक्ता सैयद कासिम हुसैन के घर पर थे. इस दौरान दो बाइक से आए चार बदमाशों ने घर में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इस घटना में प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही सहित 5 लोगों को गोली गई. आशुतोष शाही और उनके दो निजी गार्ड निजामुद्दीन और राहुल की मौत हो गई. वहीं अधिवक्ता सहित सैयद कासिम हुसैन और गार्ड ओमनाथ उर्फ ओमप्रकाश सिंह का इलाज चल रहा है.
वारदात की जानकारी देते हुए एक चश्मदीद ने बताया कि, "बदमाशों ने पहले घर के बाहर खड़े गार्ड को गोली मारी, उसके बाद अंदर गए और अंधाधुंध फायरिंग की. एक गार्ड भागने की कोशिश कर रहा था, जिसे घेरकर गोली मारी गई."
चश्मदीद ने आगे बताया कि दो बाइक पर चार बदमाश आए थे. जिनकी उम्र 17 से 18 साल की होगी. वहीं मौके पर मौजूद महिला चश्मदीद ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा,
"गोलियों की आवाज सुनकर हमने पुलिस को फोन किया था. लेकिन पुलिस को आने में आधा-पौन घंटा लग गया. हमने 112 नंबर पर कॉल भी किया था. लेकिन हत्या की जानकारी देने के बावजूद कोई तत्परता नहीं दिखाई गई. 10 सवाल पूछा गया. 112 नंबर नाम का है, कोई काम का नहीं है."
चांद परवेज ने बताया कि "फायरिंग की वारदात के बाद आरोपी अखाड़ाघाट रोड की तरफ भाग गए." इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही अक्सर यहां आया करते थे.
हत्या के पीछे की वजह क्या है?
वारदात की सूचना पर मुजफ्फरपुर एसएसपी राकेश कुमार मौके पर पहुंचे. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टि में हत्या के पीछे प्रॉपर्टी विवाद की बात कही जा रही है. बिहार पुलिस की ओर से जारी प्रेस रिलीज में भी बताया गया है कि हत्या के पीछे जमीन की खरीद-फरोख्त और पुरानी रंजिश की बात सामने आ रही है.
पुलिस ने इस मामले में 6 टीमों का गठन किया है. घटनास्थल से FSL की टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं. इसके साथ ही आसपास के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है.
सिटी एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने कहा कि क्राइम सीन से हमने गोलियों के खोखे बरामद किए हैं. चश्मदीदों से पूछताछ की गई है. आरोपियों की पहचान की कोशिश की जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वारदात में ऑटोमैटिक हथियार का इस्तेमाल हुआ है. अत्याधुनिक हथियार थे या फिर पिस्टल था, इसकी पुष्टि अभी नहीं कर सकते हैं.
पिछले साल मिली थी जान से मारने की धमकी
आशुतोष शाही जमीन के कारोबार से जुड़े थे. उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में नामांकन भी किया था, लेकिन नॉमिनेशन अवैध होने के कारण वह चुनाव नहीं लड़ पाए थे. बता दें कि पिछले साल मंटू शर्मा ने उन्हें जान से मरने की धमकी दी थी. पुलिस ने मुंबई से मंटू शर्मा को गिरफ्तार किया था.
(इनपुट: महीप राज)
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