नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को तमिलनाडु में 10 संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की है. ये छापे तमिलनाडु के मुथुपेट, कीलाकरै, देवीपट्टिनम, लालपेट और सालेम में मारे गए हैं.
आरोप है कि ये संदिग्ध किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए अपने आतंकी गिरोह के लिए पैसे और हथियार इकट्ठा कर रहे थे. साथ ही ये लोग किसी आतंकी को जेल से छुड़ाकर भागने की भी साजिश कर रहे थे.
इन छापों के दौरान एनआईए को 3 लैपटॉप, 3 हार्ड ड्राइव, 16 मोबाइल फोन, 8 सिम कार्ड, 2 पेन ड्राइव. 5 मेमोरी कार्ड और एक कार्ड रीडर मिला है. साथ ही 2 चाकुओं के अलावा कुछ संदिग्ध कागजात मिले हैं.
एनआईए ने जिन संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की है, उनमें छापे शेख दाऊद, मोहम्मज रियाज, सादिक, मुबरिस अहमद, रिजवान और हामिद अकबर शामिल हैं.
बता दें, इससे पहले 2 मई को तमिलनाडु में एनआईए ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और तौहीद जमात के दफ्तरों पर भी छापा मारा था. ये सभी छापे श्रीलंका में हुए ईस्टर के मौके पर हुए सीरियल ब्लास्ट से भारत के जुड़े तारों को लेकर हुई थी. श्रीलंका में हुए ब्लास्ट में 253 लोग मारे गए थे.
अप्रैल 2018 के एक मामले में हुई है छापेमारी
जो छापे एनआईए ने मारे हैं ये अप्रैल 2018 की एक गिरफ्तारी से जुड़ा मामला है. 2018 के अप्रैल महीने में एनआईए ने 29 साल के रियाज अबु बकर को गिरफ्तार किया था. एनआईए ने बताया था कि वो आईएसआईएस का स्लीपर सेल है और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के साथ मिलकर तौहीद जमात के विचारों का तमिलनाडु में प्रचार कर रहा है.
रियाज अबु बकर केरल के पलक्कड़ जिले के मुथलमादा से है और इसने कबूल किया था कि ये श्रीलंका में ब्लास्ट करने वाले जाहरान हाशिम और जाकिर नाइक के साथ था. एनआईए ने ये भी खुलासा किया कि रियाज सुसाइड बॉम्बिंग करने वाला था.
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