बिहार की राजधानी पटना के नौबतपुर में बच्चा चोरी के आरोप में मॉब लिंचिंग का शिकार हुए युवक की 10 अगस्त को मौत हो गई. एक दिन पहले 9 अगस्त को 40 साल के युवक को भीड़ ने लाठी डंडे से इतना पीटा कि अगले दिन अस्पताल में उसकी जान चली गई.
नौबतपुर के महमदपुर गांव में बच्चा चोरी के आरोप में हिंसक भीड़ एक युवक पर अचानक हमलावर हो गई. भीड़ ने युवक का हाथ पीछे बांधकर बेरहमी से पिटाई की. इसी दौरान लोग घटना का वीडियो बनाते रहे, लेकिन किसी ने भी युवक को बचाने की कोशिश करने की जहमत नहीं उठाई.
10 दिनों में दर्जनभर मॉब लिंचिंग की घटनाएं
बिहार में पिछले दस दिनों में मॉब लिंचिंग की एक दर्जन से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं. पुलिस प्रशासन इन घटनाओं पर लगाम कसने के लिए राज्य में जागरूकता अभियान भी चला रही है. लेकिन यहां के लोगों पर कोई असर पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है.
इस साल बच्चा चोरी का कोई मामला नहीं
पटना की एसएसपी गरिमा मलिक ने कहा, अफवाहों को रोकने के लिए जागरूकता अभियान दोबारा शुरू कर दिया गया है. इस साल बच्चा चोरी का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है. पदाधिकारी जनता के पास जाकर उनसे बातचीत कर रहे हैं. उन्हें इस तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने के लिए जागरूक कर रहे हैं. हालांकि पहले के मुकाबले इस तरह की घटनाओं में कमी आई है.
शहर में जितनी भी मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आई हैं, उनपर कार्रवाई की गई है. एफआईआर दर्ज की गई है. नौबतपुर थाने वाली मॉब लिंचिंग की घटना भी दर्ज की गई है. 22 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया है.गरिमा मलिक, एसएसपी, पटना
एसएसपी ने कहा, "हम आम जनता से उम्मीद करते हैं कि अफवाहों पर ध्यान न दे. जागरुक अभियान को आगे बढ़ाए. कोई भी असमाजिक तत्वों के हाथों का खिलौना न बढ़े."
एसएसपी ने लोगों से अपील करते हुए कहा, अगर किसी व्यक्ति पर संदेह होता है तो अपने नजदीकी थाने में शिकायत करें. कोई भी व्यक्ति अगर कानून को हाथ में न लेता है, तो उस पर सख्ती के साथ कार्रवाई होगी.
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