स्नेहा चौरसिया के पिता, राजकुमार चौरसिया याद करते हुए कहते हैं, “मेरी बेटी हर रात लगभग 11-11.30 बजे अपनी मां से बात करती थी कि उसका दिन कैसा रहा. उसने कभी किसी लड़के के साथ किसी भी समस्या के बारे में बात नहीं की. जब मैं उससे आखिरी बार मिला था, एक महीने पहले, वह हमेशा की तरह मुस्कुरा रही थी."
21 साल की स्नेहा की कथित तौर पर उसके क्लासमेट अनुज कुमार ने 18 मई को गोली मारकर हत्या कर दी थी. ये घटना उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्थित शिव नादर यूनिवर्सिटी में हुई. आरोपी ने इसके बाद खुद को भी गोली मार ली. इस घटना के एक दिन बाद, द क्विंट ने स्नेहा के पिता से बात की, जो अपनी बेटी के जाने से गमजदा हैं.
पिता का सवाल - 'उसके पास यूनिवर्सिटी के अंदर हथियार कैसे आया?'
स्नेहा के पिता राजकुमार ने कहा, "ऐसा कैसे हो सकता है कि एक स्टूडेंट यूनिवर्सिटी के अंदर इस तरह का हथियार लेकर घूम रहा है? ये इतनी बड़ी और नामी यूनिवर्सिटी है.. ऐसा नहीं होना चाहिए था." पुलिस के मुताबिक, अनुज ने यूनिवर्सिटी के डाइनिंग हॉल के बाहर स्नेहा की देसी पिस्तौल से कथित तौर पर हत्या कर दी और फिर अपने कमरे में खुद को गोली मार ली.
घटना से कुछ घंटों पहले, अनुज ने कथित तौर पर अपने कुछ क्लासमेट को 23 मिनट लंबा एक कथित वीडियो ईमेल किया, जिसमें उसने स्नेहा के साथ रिलेशनशिप होने का दावा किया था. वीडियो में, उसने दावा किया कि स्नेहा ने उससे रिश्ता तोड़ लिया है और वो इसे स्वीकार नहीं कर सकता. कथित वीडियो में उसने ये भी दावा किया, "उसने मेरे बारे में डीन ऑफिस में शिकायत की. जब मुझे ऑफिस बुलाया गया तो मैंने अपनी कहानी शेयर की. मुझे लगता है कि उन्होंने मुझ पर विश्वास किया, लेकिन उन्होंने इसके बारे में कुछ नहीं किया."
वहीं, स्नेहा के पिता ने द क्विंट को बताया, "ये स्कैंडल एकतरफा है. वो एकदम सही थी, और उसका व्यवहार सामान्य था. उसने उसकी जिंदगी... और एक पूरा परिवार बर्बाद कर दिया."
स्नेहा के घर में उनके माता-पिता बचे हैं. वो अपने माता-पिता और अन्य रिश्तेदारों के साथ कानपुर में रहती थी, जब तक कि उसने ग्रेटर नोएडा में शिव नादर यूनिवर्सिटी में पढ़ना शुरू नहीं किया था.
शुक्रवार को नोएडा में पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर स्नेहा के रिश्तेदार मनीष चौरसिया ने कहा, "हमें कल उसके कॉलेज से फोन आया कि उसका एक्सीडेंट हो गया है. हम चिंतित हो गए और तुरंत निकल गए. जब हम पहुंचे तो पता चला कि हमारी बच्ची नहीं रही... उसे गोली मार दी गई थी और एक हथियार का इस्तेमाल किया गया था."
उन्होंने कहा, "कॉलेज हमारे बच्चे को लील गया. हम मामले की उचित जांच की मांग करते हैं."
'वो टैलेंटेड थी, डांस और कॉलेज प्रोग्राम में हिस्सा लेती थी'
स्नेहा यूनिवर्सिटी में थर्ड ईयर की स्टूडेंट थीं और बैचलर ऑफ आर्ट्स (सोशियोलॉजी) की पढ़ाई कर रही थीं. मूल रूप से यूपी के अमरोहा का रहने वाला अनुज भी वही कोर्स कर रहा था. स्नेहा के पिता ने कहा कि स्नेहा ने अनुज के बारे में कभी कुछ नहीं कहा.
अपनी बेटी के बारे में बात करते हुए राजकुमार ने रोते हुए कहा, "वो डांस करती थी. उसने लखनऊ की एक एकैडमी से डांस सीखा था. वो एथलेटिक्स में भी अच्छी थी. वो लॉन्ग जंप जैसे एथलेटिक्स में अवॉर्ड और मेडल जीतती थी."
"एक समय था जब वो कॉलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मेजबानी किया करती थी. यूनिवर्सिटी में लोग उसे काफी पसंद करते थे. पिछले साल, कपिल देव ने कॉलेज का दौरा किया था और वो कार्यक्रम के आयोजकों में से एक थी."राजकुमार चौरसिया, स्नेहा के पिता
स्नेहा के पिता ने कहा कि वो मेधावी छात्रा थी. उन्होंने कहा, "जब उसे यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिला, तो सभी बहुत खुश थे. उसने जल्द ही ग्रेजुएशन कर लिया होता. वो पहले से ही एक इंटर्नशिप कर रही थी और उसके बाद ही वो नौकरी करना चाहती थी."
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