(चेतावनी: हिंसा का विवरण. पाठक अपने विवेक का इस्तेमाल करें.)
श्रद्धा वालकर (Shraddha Walker) की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. श्रद्धा की मौत की खबर से उसके कॉलेज के दोस्त भी स्तब्ध हैं. तीन साल तक कॉलेज में उसके साथ पढ़ने वाले रजत शुक्ला, श्रद्धा को याद करते हुए बताते हैं, श्रद्धा वाकर हमेशा से ही "एक्टिव और मुखर थी". "वह सीधी-सादी थी और हर चीज के बारे में एक राय रखती थी."
2015 में जब रजत पहली बार श्रद्धा से मिले, तो उन्हें वह एक बहिर्मुखी लड़की लगी, जिसे घूमना-फिरना पसंद था, उसे थिएटर का भी शौक था.
"उसके साथ जो हुआ वह विश्वास से परे है. मैं जिस श्रद्धा को जानता था, वह आसानी से आश्वस्त होने वाली नहीं थी, वह झुकने वालों में से नहीं थी."
27 वर्षीय श्रद्धा की मई 2022 में दिल्ली के छतरपुर में उसके 28 वर्षीय साथी आफताब पूनावाला ने कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी. आरोपी आफताब ने कथित तौर पर श्रद्धा के शरीर के कई टुकड़े किए और दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया.
लेकिन इस खौफनाक वारदात की कहानी से परे श्रद्धा एक थिएटर एक्टर, एक डांसर थी जो पत्रकार बनना चाहती थी.
दोस्त श्रद्धा को '4G' कहकर बुलाते थे
श्रद्धा ने मुंबई से मास मीडिया में स्नातक किया था. रजत शुक्ला जो उस समय श्रद्धा के करीबी दोस्त में से एक थे बताते हैं कि उन लोगों ने श्रद्धा का निकनेम '4जी' रखा था क्योंकि उनका पिक्सी हेयरस्टाइल एयरटेल के लोकप्रिय विज्ञापन की अभिनेत्री साशा छेत्री जैसा था.
रजत याद करते हुए कहते हैं, ''हम साथ में थिएटर करते थे और वह एक बेहतरीन अदाकारा और डांसर थी."
श्रद्धा एक पत्रकार बनना चाहती थी. रजत बताते हैं कि कॉलेज से ग्रेजुएट होने और पूनावाला से मिलने के बाद श्रद्धा अपने ट्रैक से भटक गई. उन्होंने बताया कि कॉल सेंटर की नौकरी के अलावा श्रद्धा ने कुछ समय के लिए डेकाथलॉन (Decathlon) स्टोर में भी काम किया था.
'आफताब से मुलाकात के बाद चीजें बदल गईं'
रजत शुक्ला आगे बताते हैं कि श्रद्धा के कई सारे दोस्त थे, लेकिन पूनावाला से मिलने के बाद चीजें बदल गईं.
"हमें 2019 में आफताब के साथ उसके रिश्ते के बारे में पता चला. मैं उसके संपर्क में था, लेकिन वह एक व्यक्ति के रूप में बदल गई थी - वह थोड़ी रूड हो गई थी. वह हर उस व्यक्ति से खुद को दूर कर रही थी जिसे वह जानती थी."रजत शुक्ला, श्रद्धा के दोस्त
वह आगे बताते हैं कि 2020 में उसके दोस्तों को पता चला कि पूनावाला श्रद्धा के साथ मारपीट करता है, तो उसके दोस्तों ने पुलिस से शिकायत करने की चेतावनी दी. लेकिन बाद में श्रद्धा के अनुरोध पर दोस्तों ने पूनावाला को सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जून-जुलाई 2021 में श्रद्धा ने अपने दोस्तों को पूनावाला द्वारा मारपीट के बारे में बताया था. उसके शरीर पर चोट के निशान थे और वह कुछ दिनों तक अपने एक दोस्त के यहां रुकी थी. श्रद्धा ने पूरे मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की ठानी, लेकिन उसके दोस्त ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि आफताब ने उसे वापस आने के लिए मना लिया और उसने कहा कि अगर वह नहीं आएगी तो वह आत्महत्या कर लेगा.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मई में कथित तौर पर हत्या से पहले श्रद्धा ने अपने एक दोस्त को बताया था कि वह आफताब को छोड़ देगी. इसके बाद श्रद्धा के दोस्तों ने कुछ महीनों तक उसके मैसेज का इंतजार किया, यह मानते हुए कि वह ब्रेकअप से उबर रही है. लेकिन जब ढाई महीने तक श्रद्धा से कोई संपर्क नहीं हुआ तो उन्होंने उसके परिवार को मामले की जानकारी दी.
रजत शुक्ला याद करते हुए बताते हैं, "वह एक मजबूत इंसान थी, मुझे नहीं पता कि वह कैसे आफताब के चंगुल में फंस गई. वह जिस चीज में विश्वास करती थी, उसके लिए वह लड़ती थी. वह आसानी से आश्वस्त होने वाली नहीं थी."
परिवार के साथ तनावपूर्ण संबंध
2019 तक श्रद्धा कथित तौर पर अपनी मां सुमन वालकर और छोटे भाई श्रीजय वालकर के साथ महाराष्ट्र के वसई में रहती थी. उसके पिता विकास वालकर अलग मोहल्ले में रहते थे.
क्विंट से बातचीत में विकास वाकर बताते हैं कि "ग्रेजुएशन खत्म होने से कुछ समय पहले श्रद्धा का व्यवहार बदल गया था."
आफताब से प्यार के बाद श्रद्धा ने अपनी मां को बताया था कि वह उसके साथ रहना चाहती है. श्रद्धा के पिता की शिकायत पर दर्ज FIR के मुताबिक, श्रद्धा का परिवार जो की कोली-हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखता है उसके अंतरजातीय/अंतरधार्मिक रिश्ते के खिलाफ था.
विकास वालकर आगे बताते हैं कि, ''उसने (श्रद्धा) तर्क दिया कि वह 25 साल की है और वह अपनी मर्जी से किसी के साथ रहने के लिए आजाद है." उन्होंने आगे कहा, "उसने कहा था कि यह समझो कि मैं अब आपकी बेटी नहीं हूं."
FIR के मुताबिक, 2020 में अपनी मां की मौत से पहले श्रद्धा ने उन्हें बताया था कि आफताब उसे मारता-पीटता है और गालियां देता है.
"मेरी पत्नी की मौत के कुछ समय बाद श्रद्धा ने मुझसे फोन पर दो बार बात की थी. उसने मुझे बताया था कि आफताब उसे पीटता है. इसके बाद वह घर आ गई थी. मैंने श्रद्धा से आफताब को छोड़ देने के लिए भी कहा था लेकिन उसके माफी मांगने के बाद वह वापस चली गई."विकास वालकर, श्रद्धा के पिता
विकास वाकर ने बताया कि 2021 में उनकी और श्रद्धा की आखिरी बार फोन पर बात हुई थी. उन्होंने कहा कि तब श्रद्धा ने उनसे झूठ बोला था कि वह बेंगलुरु में है, जबकि वह आफताब के साथ मुंबई में थी.
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