हमसे जुड़ें
ADVERTISEMENTREMOVE AD

Sidhu Moose Wala हत्या के लिए कैसे बनाई गई थी प्लानिंग, किसने चलाई थी पहली गोली?

Sidhu Moose Wala की हत्या में शामिल शूटर प्रियवर्त फौजी, कशिश और केशव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

Published
छोटा
मध्यम
बड़ा

रोज का डोज

निडर, सच्ची, और असरदार खबरों के लिए

By subscribing you agree to our Privacy Policy

Sidhu Moose Wala Murder: 29 मई 2022, जगह मानसा, गांव जवाहरके जहां पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला पर 40 राउंड गोलियां चलाई गईं. 7 गोलियां सीधे मूसेवाला को लगी थीं और उनके शरीर पर 19 जख्म मिले थे. नतीजतन 15 मिनट के भीतर मूसेवाला की मौत हो गई. लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) ने इस वारदात की जिम्मेदारी ली थी. कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) ने सोशल मीडिया के जरिए बताया था कि हमने अपना काम पूरा कर लिया है. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद से ही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) हत्यारों की खोज में थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

19 जून को दिल्ली पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल शार्प शूटर प्रियवर्त फौजी, कशिश और केशव को गुजरात के मुंद्रा पोर्ट (Mundra Port) के नजदीक एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया, जहां वो छिपकर रह रहे थे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

प्रियवर्त फौजी हरियाणा के सोनीपत जिले के गढ़ी सिसाना का रहने वाला है. जो पूरे हत्याकांड के मॉड्यूल को लीड कर रहा था. केशव उर्फ कुलदीप, हरियाणा के ही झज्जर जिले के गांव बेरी का रहने वाला है. वहीं, तीसरा शार्प शूटर कशिश बठिंडा का रहने वाला है.

दिल्ली पुलिस ने बताया कि मूसेवाला की हत्या में कुल 6 शार्प शूटर्स शामिल थे, जो कोरोला और बोलेरो में सवार होकर आए थे. दिल्ली पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि अगर हथियार फेल हो जाते या मौके पर कोई खतरा होता तो शार्प शूटर्स ने मूसेवाला पर ग्रेनेड अटैक की भी प्लानिंग कर रखी थी. इसके अलावा शार्प शूटर्स ने पुलिस की वर्दी भी ले रखी थी. हालांकि, नेम प्लेट न होने की वजह से उन्होंने वर्दी नहीं पहनी. मूसेवाला की हत्या के बाद इन शार्प शूटर्स ने गोल्डी बराड़ को कॉल कर कहा कि काम हो गया.

दिल्ली पुलिस के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए 9 बार रेकी की गई थी. दिल्ली के स्पेशल पुलिस कमिश्नर के धालीवाल ने बताया कि मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने के लिए 2 मॉड्यूल एक्टिव थे. दोनों कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के टच में थे. बोलेरो को कशिश चला रहा था और उस टीम का हेड प्रियवर्त फौजी था. उसके साथ अंकित सेरसा और दीपक मुंडी शामिल था. कोरोला गाड़ी को जगरूप रूपा चला रहा था और मनप्रीत मन्नू उसके साथ बैठा था. पुलिस ने बताया कि पहले मोगा के शार्प शूटर मनप्रीत मन्नू ने AK47 से मूसेवाला पर फायर किया.

गोली मूसेवाला को लगी. मूसेवाला की थार वहीं रुक गई. फिर शूटर कोरोला से उतरे और बोलेरो से भी 4 शूटर उतरे. सभी 6 शार्प शूटर्स ने फायरिंग शुरू कर दी. जब इन्हें यकीन हो गया कि अब मूसेवाला बच नहीं पाएगा तो सभी वहां से फरार हो गए. वारदात के बाद मन्नू और रूपा अलग चले गए. बाकी 4 लोग बोलेरो में अलग चले गए. इन्हें कुछ किलोमीटर के बाद केशव ने अपनी गाड़ी में बैठाया. वहां से ये सभी छिपते छिपाते फतेहाबाद पहुंचे.

कुछ दिन वहां रुकने के बाद ये गुजरात पहुंच गए. जहां, से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इन्हें खारी मिट्‌ठी रोड मुंद्रा पोर्ट के पास से गिरफ्तार कर लिया. उधर, पंजाब पुलिस की मूसेवाला हत्याकांड की जिम्मेदारी लेने वाले लॉरेंस गैंग के सरगना गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ जारी है. उसे दिल्ली से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया है. इसके अलावा कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
और खबरें
×
×