सुशांत सिंह राजपूत मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई जांच को हरी झंडी देने के बाद, सुशांत के पिता ने बुधवार को साफ करते हुए कहा है कि वह दिवंगत अभिनेता के एकमात्र 'कानूनी वारिस' हैं. मीडिया को दिए अपने बयान में, सुशांत के पिता कृष्ण कुमार सिंह ने कहा, "यह घोषित किया जाता है कि मैं दिवंगत श्री सुशांत सिंह राजपूत का कानूनी वारिस हूं. और इस क्षमता के साथ, सुशांत के रहते हुए वकील, सीए और अन्य पेशेवरों के साथ उसके जो भी संबंध थे, वह उसकी मौत के बाद समाप्त होते हैं. इसलिए अब बिना मेरी अनुमति के कोई वकील, सीए और कोई भी व्यक्ति सुशांत की जायदाद का प्रतिनिधित्व नहीं करेगा."
'मैं, मेरी बेटियां, वकील वरुण सिंह-विकास सिंह प्रतिनिधित्व के लिए अधिकृत'
कुछ वकील मीडिया के सामने आए थे और खुद को सुशांत का वकील बताया था, जिसके बाद उनके पिता ने यह बयान जारी किया है. उन्होंने कहा, "उन्होंने (वकीलों ने) मीडिया में खुद के और सुशांत के बीच बातचीत के बारे में बताया. भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 के अनुच्छेद 126 और बार काउंसिल ऑफ इंडिया रूल्स (रूल 17, पार्ट 6, चैप्टर 2)के तहत इस तरह के खुलासों पर पाबंदी है. मैं सुशांत की जायदाद का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं और मैंने किसी को भी सुशांत का प्रतिनिधित्व करने या साक्ष्य अधिनियम के तहत प्रतिबंधित सूचना के खुलासे की अनुमति नहीं दी है."
उन्होंने कहा, "यह साफ किया जाता है कि मेरे परिवार समेत, मैं और मेरी बेटी और हम मिस्टर वरूण सिंह (एसकेवी लॉ आफिसेस, कॉमर्शियल) को हमारा अधिवक्ता और उनके जरिए विकास सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता को हमारे परिवार का प्रतिनिधित्व करने के लिए अधिकृत करते हैं."
इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत की मौत मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया और मुंबई पुलिस को अब तक एकत्रित सारे सबूतों को सीबीआई को देने के लिए कहा.
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