उन्नाव रेप सर्वाइवर के पिता का इलाज करने वाले डॉक्टर की सोमवार को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई. पुलिस हिरासत में बेरहमी से पिटाई के बाद अप्रैल 2018 में डॉ प्रशांत उपाध्याय ने उन्नाव रेप केस की लड़की के पिता का इलाज किया था. लड़की के पिता की हत्या से जुड़े मामले की मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई होने वाली है.
डॉ उपाध्याय जिला अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में तैनात थे. उन्होंने प्राथमिक उपचार के बाद लड़की के पिता को छुट्टी दे दी थी और बाद में उनकी कुछ घंटे बाद पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी.
इस मामले में सीबीआई जांच के दौरान डॉ उपाध्याय को बाद में सस्पेंड कर दिया गया. फिर बाद में उन्हें बहाल कर दिया गया और वर्तमान में वह फतेहपुर में तैनात थे.
डायबिटीज के मरीज थे डॉ उपाध्याय
परिवार के सदस्यों के मुताबिक, डॉ उपाध्याय ने सोमवार की सुबह सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की और अस्पताल जाने से इनकार किया. बाद में जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. परिवार के सदस्यों ने कहा कि वे डायबिटीज के मरीज थे. उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
जेल की सजा काट रहा है आरोपी सेंगर
बीजेपी से निष्कासित विधायक कुलदीप सेंगर तिहाड़ जेल में आजीवन कैद की सजा काट रहा है. कुलदीप को उन्नाव रेप मामले में दोषी करार दिया गया है. कुलदीप का भाई अतुल सेंगर भी लड़की की पिता की हत्या के मामले में जेल में है. उत्तर प्रदेश के बांगरमऊ से 4 बार बीजेपी के टिकट पर विधायक रहे सेंगर को अगस्त 2019 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.
सेंगर पर महिला को 2017 में नाबालिग रहते हुए कथित रूप से अगवा कर उसके साथ रेप करने के आरोप लगे थे. कोर्ट ने इस मामले में सह आरोपी शशि सिंह पर भी आरोप तय किए थे.
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