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उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में पत्रकार की हत्या, अब तक 5 आरोपी गिरफ्तार- पुलिस ने क्या बताया?

मृतक पत्रकार की पत्नी की शिकायत पर कोतवाली थाने में 9 नामजद सहित 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है.

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर में बुधवार, 30 अक्टूबर को एक पत्रकार पर कुछ लोगों ने घर में घुसकर धारदार हथियार से हमला किया. गंभीर रूप से घायल पत्रकार की अस्पताल जाने के दौरान मौत हो गई. मृतक पत्रकार की पहचान दिलीप सैनी के रूप में हुई है. बीच-बचाव के दौरान बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता शाहिद खान भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

मृतक पत्रकार की पत्नी की शिकायत पर कोतवाली थाने में 9 नामजद सहित 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है. पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

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FIR में क्या है?

FIR रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी घटना बुधवार रात करीब 12 बजे की है. आरोपी अन्नू तिवारी, आलोक तिवारी सहित 15 लोग धारदार हथियारों के साथ पत्रकार दिलीप सैनी के घर पर आए और गाली-गलौज करने लगे. FIR में कहा गया है कि दिलीप सैनी ने जब गाली-गलौज का विरोध किया तो आरोपी जबरन घर के अंदर घुस आए और फायरिंग करते हुए हमला बोल दिया.

मृतक की पत्नी ने FIR में कहा, "आरोपियों ने पत्रकार दिलीप सैनी, बीच-बचाव करने आए बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता शाहिद खान पर जानलेवा हमला किया. हर्षित कुमार नाम के युवक के साथ भी मारपीट की."

इसके साथ ही उन्होंने घर में तोड़फोड़ करने का भी आरोप लगाया है.

इस घटना में गंभीर रूप से घायल पत्रकार दिलीप सैनी और शाहिद खान को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें कानपुर रेफर कर दिया गया. बीच रास्ते में ही दिलीप सैनी की मौत हो गई. जबकि शाहिद खान का इलाज कानपुर के हैलट अस्पताल में चल रहा है.

पुलिस ने इस मामले में BNS की धारा 191(2) (साधारण दंगा), 191(3) (किसी गैर-कानूनी सभा में घातक हथियार के साथ हिंसा), 190 (गैरकानूनी सभा), 333 (किसी के घर में जबरदस्ती घुसना और नुकसान पहुंचाना), 352 (बिना किसी योजना के अचानक से हमला), 351 (2) (आपराधिक धमकी के लिए सजा), 109 (हत्या का प्रयास), 103 (1) (हत्या), 324 (4) (आर्थिक नुकसान 20 हजार से ज्यादा- 1 लाख से कम)) के तहत मामला दर्ज किया है.

क्विंट हिंदी से बातचीत में कोतवाली थाना प्रभारी तारकेश्वर राय ने बताया, "मृतक और आरोपियों की पहले से पहचान थी. सभी लोग एक ही साथ रहते थे और उनका उठना-बैठना भी था. अंकित तिवारी नाम के शख्स ने दिलीप सैनी को दलाल कह दिया, जिसको लेकर बहस हुई और बात बढ़ गई."

कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि विवाद के पीछे जमीन व्यवसाय भी एक कारण है. उनके मुताबिक, "ये लोग जमीन व्यवसाय से भी जुड़े हैं और सभी ने मिलकर पैसा लगाया है."

परिवार का धरना-प्रदर्शन

पत्रकार की मौत के बाद परिवार के लोगों ने गुरुवार, 31 अक्टूबर को भिटोरा बाईपास के पास जाम लगा दिया. मृतक के परिजन सड़क पर बैठ गए और सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और उनके खिलाफ शख्त कार्रवाई की मांग की. इसके साथ ही परिवार के लोगों ने सरकार से सुरक्षा की भी मांग की है.

गुरुवार को मृतक दिलीप सैनी का अंतिम संस्कार हुआ.

(इनपुट- अमित सैनी)

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