उत्तराखंड में खनन माफिया और यूपी पुलिस के बीच फायरिंग का मामला सामने आया है. यूपी के मुरादाबाद (Moradabad) से खनन माफियाओं का पीछा करते हुए पुलिस टीम उत्तराखंड (Uttarakhand) के उधम सिंह नगर पहुंची, जहां पुलिस और माफियाओं के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. इसमें 5 पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आईं, जबकि एक महिला की मौत हो गई. अपराधियों ने 2 पुलिसवालों को बंधक भी बना लिया. इतना ही नहींं, इस मामले में 3 पुलिसवालों के हथियार भी गायब हैं.
मुरादाबाद में 13 सितंबर को SDM की टीम को बंधक बनाकर डंपर ले जाने के मामले में खनन माफिया पर 50,000 का इनाम रखा गया था. मुरादाबाद SOG पुलिस को खनन माफिया जफर की लोकेशन का पता चला, जिसके बाद पुलिस की टीम आरोपी को पकड़ने के लिए रवाना हो गई, लेकिन जफर भागने में कामयाब रहा और अपने साथियों के साथ उत्तराखंड निकल गया.
पुलिस की टीम ने जफर का पीछा किया. जफर ने अपने आप को घिरा हुआ देख फायरिंग करना शुरू कर दी. पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो जफर भरतपुर गांव के एक घर में घुस गया. घर के अंदर से जफर और उसके साथियों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की.
दोनों ओर से काफी देर तक फायरिंग होती रही. इसमें तीन पुलिसकर्मियों की गोली लगी और दो पुलिसकर्मी पथराव में घायल हुए हैं. मौके पर मौजूद लोगों ने दो पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया, जिन्हें ढूंढने के लिए पुलिस की टीमें बनाई गई हैं.
गोली लगने से महिला की मौत, पुलिस को बंधक बनाया
फायरिंग में बीजेपी ब्लॉक प्रमुख की पत्नी गुरमीत कौर की गोली लगने से मौत हो गई है. दबिश के दौरान हुई महिला की मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों ने उत्तराखंड में हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया.
घायल पुलिसकर्मियों को आनन-फानन में उपचार के लिए मुरादाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां तीन पुलिसकर्मियों की हालत चिंताजनक बनी हुई है और दो फिलहाल खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. कॉसमॉस अस्पताल में 5 पुलिसकर्मी भर्ती हैं जिनका इलाज जारी है
मुरादाबाद के DIG शलाब माथुर ने कहा कि इस पूरी घटना की जानकारी जैसे ही एडीजी बरेली को लगी तो एडीजी बरेली ने मुरादाबाद पहुंचकर घायल पुलिसकर्मियों से घटना की जानकारी ली है. लापता पुलिस कर्मियों को ढूंढने के लिए उत्तराखंड पुलिस से संपर्क किया जा रहा है. देर रात तक दोनों पुलिसकर्मियों की कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई है.
3 पुलिसवालों के हथियार भी गायब
एडीजी बरेली राज कुमार ने कहा कि खनन माफियाओं का उत्तर प्रदेश में आतंक बना हुआ है. अभी हाल ही में 13 सितंबर को खनन माफियाओं ने एसडीएम की टीम पर हमला किया था जिसका संज्ञान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी लिया था. वहीं उसी खनन माफिया को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम को बंधक बनाकर मारपीट व फायरिंग की गई है.
दो पुलिसकर्मी मिसिंग हैं जिन्हें ढूंढने के लिए यूपी पुलिस और उत्तराखंड पुलिस प्रयास कर रही है. इसके साथ ही तीन पुलिसकर्मियों के हथियार भी गायब हैं. ये हथियार पुलिस व खनन माफियाओं के बीच हुई फायरिंग में गायब हुए हैं.
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