राजस्थान के मुख्यमंत्री 16 अक्टूबर को होने वाली सीडब्ल्यूसी की बैठक में शामिल होने के लिए लगभग आठ महीने के अंतराल के बाद दिल्ली का दौरा कर रहे हैं।
गहलोत के अलावा, भंवर जितेंद्र सिंह, रघु शर्मा और रघुवीर सिंह मीणा सहित राजस्थान कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता भी सीडब्ल्यूसी में शामिल होंगे। जितेंद्र सिंह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और असम के पार्टी प्रभारी हैं। रघु शर्मा को गुजरात का प्रभारी बनाया गया है, जबकि रघुवीर मीणा सीडब्ल्यूसी के सदस्य हैं।
सूत्रों ने बताया कि उनके दिल्ली दौरे के दौरान राजस्थान में गुटबाजी से जुड़े मुद्दों और कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों के लंबित मामले पर चर्चा की जाएगी। गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मिलने की योजना बनाई है, जो खराब स्वास्थ्य के कारण एम्स में भर्ती हैं।
यहां यह उल्लेख करना आवश्यक है कि राजस्थान कांग्रेस दो खेमों में विभाजित है, एक गहलोत के नेतृत्व में और दूसरा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट के नेतृत्व में बंटी हुई है।
पायलट जहां अपने खेमे से नेताओं को राज्य सरकार में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। वहीं, गहलोत अपने खेमे में लोगों के लिए अच्छे पद चाहते हैं।
--आईएएनएस
एचके
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)