दिल्ली (Delhi) के किसानों के मुद्दे पर प्रदेश बीजेपी ने दिल्ली सरकार को घेरने की कोशिश की. पिछले 40 दिनों से चल रहे किसानों के धरने को आज समाप्त किया गया. 21 सूत्रीय मांगों के खिलाफ प्रदेश बीजेपी वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक और किसानों के साथ मिलकर कृषि उपकरणों और उर्वरक पर सब्सिडी समेत अन्य मांगों को लेकर रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के पास विरोध-प्रदर्शन किया.
इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पिछले सात सालों में जो-जो वायदे किये उनमें से एक भी वायदा पूरा नहीं किया. सिर्फ चुनाव के वक्त बड़े-बड़े वायदे करना, झूठ बोलना और जनता को भ्रमित करने का काम करना केजरीवाल की राजनीति का हिस्सा है. जब जनता के लिए काम करने का समय आये तो भाग जाना ही उनकी पुरानी आदत है.
दिल्ली में किसानों द्वारा पिछले 40 दिनों से चल रहे विरोध प्रदर्शन को हम आगे केंद्र सरकार के पास लेकर जाएंगे और उनके सामने किसानों की समस्या रखेंगे, क्योंकि अब दिल्ली में परिवर्तन की जरूरत है. आज एमसीडी के विद्यालय नहीं होते और हर वार्ड में खुले डिस्पेंसरी नहीं होती तो केजरीवाल के शिक्षा और स्वस्थ्य मॉडल की और भी बदतर स्थिति होती. इसलिए बीजेपी हमेशा से ही दिल्ली की बेहतरी के लिए काम करती रही है और आगे भी करती रहेगी.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल का कार्य मॉडल इसी से समझा जा सकता है कि गांव के किसानों से जमीन स्कूल, सामुदायिक भवन और विकास के नाम पर लेकर उस पर हज हाउस बनवा रहे हैं. दिल्ली में बैठी ऐसी सरकार है जिसके पास 40 दिनों से बैठे किसानों के दुख-दर्द को समझने के लिए समय नहीं है.
आज का हमारा संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा. केजरीवाल सरकार की सच्चाई किसी से छिपी नहीं है. आज दिल्ली के गांव के खेतों में पिछले सात सालों से पानी भरा है जिसकी निकासी आज तक नहीं हो पाई.
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