फेसबुक इंडिया ने एक पत्र में कहा, दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति के सामने पेश होने का अवसर देने के लिए हम फिर से धन्यवाद देते हैं। भाईचारा, शांति और सांप्रदायिक सद्भाव के माध्यम से समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास को मजबूत करने के लिए फेसबुक धार्मिक समुदायों, भाषाई समुदायों और सामाजिक समूहों के बीच सद्भाव में सुधार करने के लिए समिति के उद्देश्य को साझा करता है।
शिवनाथ ठुकराल और जी.बी. आनंद भूषण गुरुवार को फेसबुक इंडिया की ओर से समिति के समक्ष पेश होंगे।
शांति और सद्भाव पर समिति ने उत्तरी-पूर्वी दिल्ली हिंसा पर गवाही देने के लिए सोशल मीडिया दिग्गज के वरिष्ठ प्रतिनिधियों को 2 नवंबर को तलब किया था। फेसबुक इंडिया ने तैयारी के लिए और 14 दिनों का समय मांगा था। टीम ने समिति से उन प्रश्नों को साझा करने का भी अनुरोध किया था, जो उनसे पूछा जाना है।
समिति का गठन फरवरी, 2020 में उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के बाद किया गया था। उस समय सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) और सीएए समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों ने हिंसक रूप ले लिया था।
उन्हीं दिनों तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत की पहली यात्रा की थी। दंगों में 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे। उस समय कई पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे, मुख्य रूप से फेसबुक पर, जिसने आग में घी डालने का काम किया।
--आईएएनएस
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