ADVERTISEMENTREMOVE AD

द्वीपों का नाम बदलने से मेरा 23 साल पुराना सपना पूरा हुआ : संजय डालमिया

द्वीपों का नाम बदलने से मेरा 23 साल पुराना सपना पूरा हुआ : संजय डालमिया

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

नई दिल्ली, 30 दिसम्बर (आईएएनएस)| पूर्व राज्यसभा सदस्य एवं उद्योगपति संजय डालमिया ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार शाम आधिकारिक तौर पर अंडमान एवं निकोबार के तीन द्वीपों के नाम बदले जाने से उनका 23 साल पुराना सपना सच हो गया। डालमिया के मुताबिक वह सरकार के इस निर्णय से काफी प्रसन्न हैं क्योंकि 23 साल पहले राज्य सभा में एक निजी विधेयक के माध्यम से उन्होंने यह मांग की थी। ऐसे में उनके लिए तीन द्वीपों का नाम बदला जाना काफी भावनात्मक क्षण है और साथ ही साथ नेताजी सुभाषचंद्र बोस को महान श्रद्धांजलि है, जिन्होंने 1943 में इस द्वीप पर तिरंगा झंडा फहराया था।

डालमिया ने कहा, "वर्ष 1995 में मैंने सांसद के रूप में राज्य सभा में एक निजी विधेयक लाकर अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह का नाम बदलकर 'शहीद' और 'स्वराज' द्वीप करने की मांग की थी, जहां नेताजी ने 75 साल पहले तिरंगा फहराया था। अब केंद्र सरकार ने तीन द्वीपों का नाम बदल दिया है और यह मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है। साथ ही मेरी नजर में यह नेताजी को सच्ची श्रृद्धांजलि है।"

डालमिया ने अपने निजी विधेयक प्रपत्र में लिखा था, "अंडमान निकोबार द्वीप अंग्रेजों से हमारी लड़ाई के प्रत्यक्षदर्शी रहे हैं। हमारे हजारों स्वतंत्रता सेनानियों को यहां काला पानी की सजा मिली। हजारों ने जान गंवाई। यहां हमारे आजादी के लड़ाकों के साथ अमानवीय बर्ताव किया गया। दुर्भाग्य से आज की पीढ़ी इन द्वीपों के बारे में बहुत कम जानती है और आज ये सिर्फ टूरिस्ट स्पॉट बनकर रह गए हैं। मैं सरकार से दरख्वास्त करता हूं कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की याद में अंडमान निकोबार द्वीपों का नाम बदलकर शहीद तथा स्वराज द्वीप कर दिया जाए।"

डालमिया ने कहा, "अब जबकि सरकार ने द्वीपों का नाम बदल दिया है तो आज की और कल की पीढ़ी निश्चित तौर पर यह जानने को उत्सुक होगी कि आखिरकार इन द्वीपों का नाम शहीद और स्वराज क्यों कर दिया गया। वे इस बारे में जानना चाहेंगे और तब उनका परिचय हमारी आजादी के वीरों से होगा, जो यहां शहीद हुए हैं। सरकार का यह निर्णय इन तमाम शहीदों को एक छोटी सी श्रृद्धांजलि है।"

प्रधानमंत्री ने रविवार को पोर्टब्लेयर में एक कार्यक्रम के दौरान अंडमान निकोबार के तीन द्वीपों के नाम बदलने की घोषणा की। इसमें रॉस आइलैंड का नाम बदलकर नेताजी सुभाषचंद्र बोस, नील आइलैंड का नाम शहीद द्वीप और हैवलॉक आइलैंड का नाम स्वराज द्वीप कर दिया गया है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री द्वारा तीन द्वीपों का नाम बदले जाने की पुष्टि की। भाजपा ने अपने ट्वीट में लिखा है, "प्रधानमंत्री ने रविवार शाम ऐलान किया कि अब से रॉस द्वीप को नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप के नाम से जाना जाएगा, नील द्वीप को शहीद द्वीप के नाम से जाना जाएगा और हैवलॉक द्वीप को स्वराज द्वीप के नाम से जाना जाएगा।"

(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×