बिहार में मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 17 फरवरी से शुरू हो गई है. इसमें करीब साढ़े सोलह लाख स्टूडेंट परीक्षा दे रहे हैं. करीब आठ लाख लड़कियां हैं और साढ़े आठ लाख लड़के. मैट्रिक परीक्षा 2022 का आयोजन 1,525 परीक्षा केंद्रो पर दो पालियों में किया जा रहा है जो 24 फरवरी तक चलेगी. जाहिर है स्टूडेंट के मन में कई सवाल होंगे. जैसे आईडी कार्ड में फोटो गलत है तो क्या एंट्री मिलेगी? एडमिट कार्ड घर पर छूट गया तो क्या होगा? कितने समय पहले एग्जाम रूम में जाने दिया जाएगा..ऐसे सभी सवालों के जवाब आप नीचे पढ़ सकते हैं.
इस परीक्षा से लाखों विद्यार्थियों का भविष्य जुड़ा हुआ है इसलिए परीक्षा हॉल में कड़े नियमो का पालन करना पड़ेगा. पुलिस अधीक्षक अपने जिले की परीक्षा केंद्रो पर स्वयं नजर रखें और यदि इस दौरान किसी भी प्रकार की कोई अड़चन आती है तो उसका सख्ती से निपटारा करें.बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष श्री आनंद किशोर
परीक्षा केंद्रो के 200 मीटर तक धारा 144 लागू
परीक्षा केंद्रो के 200 मीटर के दायरे तक धारा 144 लागू है जिससे परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की बाधा से बचा जा सके. यदि कोई भी व्यक्ति परीक्षा की गरीमा को भंग करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
परीक्षा दो पालियों में हो रही है पहली पाली सुबह 9:30 बजे से है. विद्यार्थियों को परीक्षा समय से 10 मिनट पहले यानी 9:20 बजे केंद्र में प्रवेश दिया गया है और दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 1:45 बजे से है जिसमें 1:35 बजे छात्रों को प्रवेश दिया गया है.
परीक्षा केंद्रो पर CCTV कैमरों और प्रत्येक 500 परीक्षार्थियों पर एक विडियोग्राफर के प्रबंध के निर्देश हैं. परीक्षा केन्द्र में किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रानिक गैजेट को ले जाने की इजाजत नहीं है.
परीक्षार्थी के ID कार्ड में दिक्कत हुई तो?
यदि किसी परीक्षार्थी के ID कार्ड पर किसी प्रकार की त्रुटि हो या फिर किसी भी प्रकार का संदेह हो तो इस अवस्था में भौतिक सत्यापन के बाद परीक्षा देने की अनुमति दी गई है . यदि ऐसी परिस्थिति हो तो परीक्षार्थी को अपने इन उल्लेखित दस्तावेजो में से किसी एक दस्तावेज जिसमें उसकी फोटो साफ हो को राजपत्रित पदाधिकारी से हस्ताक्षर करवा कर जमा करना होगा उसके बाद परीक्षा देने की अनुमति है.
1 आधार कार्ड
2 वोटर ID
3 पासपोर्ट
4 फोटोयुक्त बैंक पासबुक
5 पैन कार्ड
6 ड्राइविंग लाइसेन्स
एडमिट कार्ड खो गया या घर पर छूट गया तो क्या होगा?
ऐसी हालत में एटेंडेंस रजिस्ट्र में फोटो स्कैन और रोलशीट से परीक्षार्थी की पहचान कर परीक्षा देने की अनुमति दी जाएगी.
सभी जिलों में 4-4 मॉडल परीक्षा केन्द्र हैं
बिहार मैट्रिक वार्षिक परीक्षा में 4-4 मॉडल केंद्र बनाए गए हैं जिनमे केवल परीक्षार्थी छात्राएं होंगी और इन केंद्रो पर विक्षक सहित सभी सुरक्षाकर्मी महिलाएं होंगी. पटना जिले में 4 मॉडल परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं.
1 राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बांकीपुर
2 राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय शास्त्रीनगर
3 कमला नेहरू बालिका उच्च विद्यालय यारपुर
4 राजकीय बालिका उच्च विद्यालय गर्दनीबाग
दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए सुविधा
दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए बिहार मैट्रिक वार्षिक परीक्षा में खास ध्यान दिया गया है. राइटर की सुविधा लेने वालों छात्रों को 20 मिनट प्रति घंटा अतिरिक्त समय दिया गया है ताकि उनके समय की बर्बादी की पूर्ति हो सके. साथ ही दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए भूतल पर बैठने की व्यवस्था की गई है ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो.
OMR उत्तर पत्रक व उत्तरपुस्तिका देने-लेने का समय
ओएमआर॰ उत्तर पत्रक और उत्तरपुस्तिका सभी छात्रों को एक साथ दी जाएगी. लेकिन ओएमआर॰ उत्तर पत्रक और उत्तरपुस्तिकाओं को विक्षकों द्वारा पालीवार नीचेदिए गए समय अनुसार परीक्षार्थियों से लिया जाएगा.
कोविड प्रोटोकॉल नियमों का करना होगा पालन
बिहार मैट्रिक वार्षिक परीक्षा के दौरान सभी प्रकार के कोविड नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा.
सभी को मास्क लगाना है, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना है, सैनेटाइजर लेकर जाना है.
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