भारत के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मेटा (पूर्व में फेसबुक) ने चुनाव ऑपरेशन सेंटर शुरू किया है, जो उसके प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की जाने वाली सामग्री पर बारीक नजर रखेंगे और गलती पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई करेंगे।
मेटा ने बताया कि उसने उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपने प्लेटफॉर्म से हेट स्पीच, गलत जानकारी और अन्य प्रकार के नुकसानदेह सामग्री को हटाने के लिए टीम के गठन और प्रौद्योगिकी में काफी निवेश किया है।
सोशल नेटवर्किंग साइट ने वक्तव्य जारी करते हुए कहा है कि वह भारत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी कर रहा था। उसने कहा, लोगों को सुरक्षित रखने और नागरिक भागीदारी को उत्साहित करने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार की है।
मेटा ने कहा है कि क्षेत्रीय भाषा के सपोर्ट को बढ़ाने के साथ ही वह तथ्य जांच करने वाले अपने साझीदारों को फंड दे रहा है ताकि वे आम लोगों तथा पत्रकारों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार कर सकें, जिससे वे चुनाव संबंधी जानकारी तथा खबरों की पुष्टि कर सकें।
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में सात चरणों में चुनाव होना है। मतगणना के परिणाम 10 मार्च को घोषित होने हैं।
मेटा का कहना है कि चुनाव के परिप्रेक्ष्य में संभावित हेट स्पीच की पहचान करना और उसे फैलने से रोकना और भी महत्वपूर्ण है।
उसने कहा, हमने इस क्षेत्र को प्राथमिकता दी है और हम चुनाव के मद्देनजर इस पर काम करते रहेंगे, ताकि लोग सुरक्षित रह सकें। भारत में मेटा के 20 भारतीय भाषाओं में समीक्षक हैं।
मेटा ने बताया कि उसने दिसंबर 2021 में भारत में 20 लाख व्हाट्स ऐप अकांउट पर प्रतिबंध लगाया है। मेटा का कहना है कि नये सूचना प्रौद्योगिकी नियमों का पालन करते हुए उसने साथ ही फेसबुक पर से 13 श्रेणियों में एक करोड़ 93 लाख से अधिक गलत सामग्री हटायी है और फोटो शेयरिंग प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम से भी उसने 12 श्रेणियों में 24 लाख सामग्री हटाई है।
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