प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 के अन्य नेताओं के साथ बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर तमन हटन राया नगुराह राय मैंग्रोव वनों का दौरा किया और वहां पौधे लगाए।
मैंग्रोव वैश्विक संरक्षण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत इंडोनेशियाई जी-20 प्रेसीडेंसी के तहत इंडोनेशिया औरयूएई की संयुक्त पहल, मैंग्रोव एलायंस फॉर क्लाइमेट में शामिल हो गया है। मैंग्रोव तटीय वन हैं जो ज्वारीय और दलदली क्षेत्रों में उगते हैं। इन जंगलों में कई प्रकार के पेड़ और वनस्पति हैं जो समुद्र के स्तर में वृद्धि के साथ साथ चक्रवातों और तूफानों के प्रभावों को कम करने में प्राकृतिक बाधाएं हैं। कहा जाता है कि मैंग्रोव अधिक कार्बन उत्सर्जनको अवशोषित करते हैं।
भारत में पांच हजार वर्ग किमी. में फैली मैंग्रोव की पचास से अधिक प्रजातियां पाई जा सकती हैं। भारत मैंग्रोव के संरक्षण और बहालीपर जोर दे रहा है, मैंग्रोव नियमित वनों की तुलना में अधिक कार्बन उत्सर्जन को अवशोषित करता है।
--आईएएनएस
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