नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)| भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के दस्तानों में सेना के चिन्ह को लेकर उठे विवाद में अपने पूर्व कप्तान का समर्थन किया है।
साथ ही गम्भीर ने आईसीसी को आड़े हाथों लेते हुए उससे कहा है कि उसका काम कोई क्या पहन रहा है यह देखना नहीं है।
गंभीर ने टीवी9 भारतवर्ष से बात करते हुए कहा कि, "आईसीसी का काम सही तरीके से क्रिकेट को चलाना है, न कि यह देखना कि कौन क्या पहन रहा है और किसके शरीर पर किसका लोगो है।"
टी-20 विश्व कप-2007 और वनडे विश्व कप-2007 में भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे गंभीर ने कहा कि आईसीसी को देखना चाहिए कि टूर्नामेंट में रन ज्यादा बन रहे हैं और पिचें बल्लेबाजों की मददगार हैं।
उन्होंने कहा, "आईसीसी को देखना चाहिए कि टूर्नामेंट में 300-400 रन नहीं बनने चाहिए। आईसीसी का काम ऐसी पिचें बनाने पर होना चाहिए , जो गेंदबाजों की भी मददगार हों न कि ऐसी स्थिति जो सिर्फ बल्लेबाजों की मददगार हों। इस लोगो के मुद्दे को काफी ज्यादा तवज्जो दी जा रही है।"
आईसीसी विश्व कप-2019 में भारत के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए मैच में धोनी के दस्तानों पर सेना का चिन्ह बना था, जिसे लेकर आईसीसी ने आपत्ति जताई थी और बीसीसीआई से कहा था कि वह धोनी से अपने दस्तानों पर से यह चिन्ह हटाने को कहे।
बीसीसीआई ने आईसीसी से धोनी को यह चिन्ह बनाए रखने की मंजूरी मांगी थी जिसे आईसीसी ने नकार दिया था। बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी इसी मुद्दे पर आईसीसी से बात करने के लिए लंदन रवाना हो रहे हैं।
भारत को रविवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना है। यह इस विश्व कप में भारत का दूसरा मैच होगा। उसने अपने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को छह विकेट से हराया था।
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