उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में दलित छात्रों से भेदभाव के आरोप की शिकायत के बाद जांच करने पहुँचे बसपा प्रतिनिधिमण्डल ने जिलाधिकारी पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है ।
जिलाधिकारी ने किसी तरह की अभद्रता करने से इंकार किया है।
बसपा समन्वयक मदन राम ने शुक्रवार को बताया कि बृहस्पतिवार को वह पार्टी का प्रतिनिधिमंडल लेकर प्रकरण की जांच के लिए रामपुर स्थित विद्यालय को गये थे ।
मदन राम का आरोप है कि प्रतिनिधिमंडल जब विद्यालय में था, तब जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत भी वहां पहुंचे थे ।
बसपा नेता का आरोप है कि जिलाधिकारी ने उनसे अभद्रता की है ।
इस बीच दोनों के बीच हुई बातचीत का वीडियो भी वायरल हुआ है ।
मदन राम ने प्रशासन पर दलित छात्रों के साथ भेदभाव की जांच में लीपापोती का तथा जिलाधिकारी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया।
जिलाधिकारी ने किसी तरह की अभद्रता करने से साफ इंकार किया ।
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर वायरल हुए एक वीडियो में मध्याह्न भोजन योजना के तहत दिया जाने वाला भोजन दलित बच्चों के साथ बैठ कर खाने को लेकर कथित भेदभाव नजर आ रहा था। हालांकि जिलाधिकारी ने भेदभाव के आरोप को निराधार करार देते हुए मामले की गहराई से जांच के आदेश दिये ।
वायरल वीडियो में बलिया नगर के रामपुर का प्राथमिक विद्यालय दिख रहा है, जहां सामान्य वर्ग के बच्चे दलित बच्चों के साथ भोजन नहीं करते हैं और दलित बच्चे स्कूल से मध्याह्न भोजन में मिलने वाली थाली में भोजन नहीं करते ।
दलित बच्चे थाली अपने घर से लेकर आते हैं । वीडियो में मध्याह्न भोजन दलित बच्चे अलग बैठकर करते दिखाई दे रहे हैं ।
मायावती ने इस प्रकरण पर गुरूवार को ट्वीट किया था ''उप्र के बलिया जिले के सरकारी स्कूल में दलित छात्रों को अलग बैठाकर भोजन कराने की खबर अति-दुःखद व अति-निन्दनीय ।''
उन्होंने कहा, ''बीएसपी की मांग है कि ऐसे घिनौने जातिवादी भेदभाव के दोषियों के खिलाफ राज्य सरकार तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि दूसरों को इससे सबक मिले व इसकी पुनरावृति न हो ।''भाषा सं अमृत मनीषामनीषा3008 1451 बलियानननन.
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