मणिपुर की राजधानी इम्फाल के निकट स्थित केईराओ गांव में एक मदरसे के हेडमास्टर की सामुहिक हत्या किए जाने का मामला सामने आया है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार केईराओ गांव में एक मदरसे के 55 वर्षीय हेडमास्टर मोहम्मद हस्मत अली की गांववालों ने गाय का बछड़ा चोरी करने का आरोप लगाकर सामूहिक रूप से हत्या कर दी है. गांववालों के अनुसार हस्मत अली को कथित रूप से एक गाय के बछड़े के साथ देखा गया था जो एक अन्य गांववाले के तबेले से गायब हो गया था.
हस्मत अली के मृत शरीर को गांव से 5 किलोमीटर दूर बरामद किए जाने के बाद जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में रखा गया है. इस मामले में जिस बछड़े का जिक्र किया गया है उसे इरिबंग पुलिस थाने में रखा गया है.
स्वभाव से शांत रहने वाले मोहम्मद हस्मत अली को उस अपराध के लिए मौत के घाट उतार दिया गया है जो उन्होंने किया भी नहीं. स्थानीय पुलिस हस्मत अली के हमलावरों को अच्छी तरह जानती है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं कर रही. हमने ये तय किया है कि पीड़ित के साथ न्याय किए जाने से पहले उनके शव को जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस से नहीं लिया जाएगा.
- मोहम्मद राजुद्दीन, संयोजक, ज्वॉइंट एक्शन कमेटी ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा
मुस्लिम संगठन ने पीड़ित हस्मत अली के शव को दफनाने से इंकार करके मणिपुर सरकार को मुश्किल में डाल दिया है. इसे दादरी जैसा मामला बताते हुए केंद्र के हस्तक्षेप की मांग के साथ ही गुरुवार को राज्य स्तरीय बंद बुलाने का आह्वान किया गया है.
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