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फीस बढ़ोतरी के खिलाफ IIMC के छात्र आज से भूख हड़ताल पर  

छात्र 3 दिसंबर से ट्यूशन फीस, हॉस्टल और मेस चार्ज में बढ़ोतरी के खिलाफ कैंपस में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

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फीस बढ़ोतरी को लेकर 14 दिन से अनशन पर बैठे IIMC के छात्रों ने अब मंगलवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाने का फैसला किया है. ये छात्र 3 दिसंबर से ट्यूशन फीस, हॉस्टल और मेस चार्ज में बढ़ोतरी के खिलाफ कैंपस में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

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16 दिसंबर को एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया गया कि छात्रों ने बातचीत के लिए IIMC प्रशासन को 24 घंटे का समय दिया था. छात्रों का कहना था कि अगर उनसे बातचीत नहीं की गई, तो फिर 17 दिसंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेंगे .

हम पिछले 14 दिनों से शांतिपूर्ण प्रोटेस्ट कर रहे है , मगर अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है. हमने पूरी कोशिश की है कि हम संस्थान के काम को बाधित न करें, लेकिन अब बहुत हो गया. अगर आईआईएमसी प्रशासन 24 घंटे के अंदर हमसे बात नहीं करता है तो हम, सभी स्टूडेंट अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेंगे.
प्रभाकर , RTV डिपार्टमेंट  

क्या है छात्रों की मांग?

छात्रों का कहना है कि IIMC सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त सोसायटी है. सरकारी संस्थान “नो प्रॉफिट नो लॉस” आधार पर चलने वाले हैं, जबकि आईआईएमसी में फीस साल दर साल बढ़ाई जा रही है. पिछले तीन सालों में ये फीस तकरीबन 50 फीसदी तक बढ़ा दी गई है.

साल 1965 में स्थापित, IIMC को देश का सर्वश्रेष्ठ मीडिया संस्थान माना जाता है. जहां से देश के कई जाने-माने पत्रकार पढ़कर निकले हैं.
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कितनी फीस बढ़ी

IIMC ने इस साल रेडियो और टीवी कोर्स की फीस 1.68 लाख रुपये कर दी है, जो पिछले साल 1.45 लाख रुपये थी. वहीं उर्दू पत्रकारिता की फीस 55 हजार रुपये हो गई है. 2015 में जब इस कोर्स की शुरुआत हुई थी, तब फीस कुल 15 हजार रुपये थी.

अंग्रेजी पत्रकारिता की छात्रा आस्था सव्यसाची का कहना है कि 10 महीने के कोर्स के लिए 95,000 से ज्यादा फीस और हॉस्टल, मेस चार्ज भी अलग से देना पड़ता है. किसी भी मिडिल क्लास परिवार के छात्र के लिए ये फीस दे पाना बहुत मुश्किल है. ऐसे में संस्थान में कई छात्र हैं, जिन्हें पहले सेमेस्टर के बाद कोर्स छोड़ना पड़ सकता है.

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