केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर सभी पक्षों से चर्चा करने को तैयार है. उन्होंने कहा कि राज्य में उनके दौरे के दौरान जो भी उनसे मिलने आएगा, उसके साथ बातचीत करेंगे.
दौरा शुरू होने से पहले गृहमंत्री के इस बयान को अलगाववदियों से बातचीत से जोड़ कर भी देखा जा सकता है. राजनाथ सिंह नौ से 12 सितंबर तक जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे.
मैं व्यक्तिगत तौर पर चाहता हूं कि सभी से बातचीत हो. इसलिए जो भी मुझसे मिलेगा, मैं उससे बात करूंगा.राजनाथ सिंह
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की कश्मीर मुद्दे को हल करने की पूरी मंशा है.
‘अलगाववादियों को रिहा किया जाए’
दौरे को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि राजनाथ सिंह के दौरे से उन्हें कोई नतीजा निकलने की उम्मीद नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें किसी से बात करने आना है तो उन लोगों (अलगाववादियों को) को रिहा किया जाना चाहिए, ताकि वे लोग अपने दिलोदिमाग की बात कह सकें.
मैं कुछ उम्मीद नहीं कर रहा. वो आएंगे, वो मिलेंगे जैसा कि उन्होंने पहले किया है. वो पहले भी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर चुके हैं. उस प्रतिनिधिमंडल का और उनकी सिफारिशों का क्या हुआ? कुछ नहीं हुआ और मैं अब कुछ होने की उम्मीद नहीं करता.फारूक अब्दुल्ला, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष
बता दें, अपने दौरे पर गृहमंत्री सुरक्षा हालात का जायजा लेंगे. इस दौरान वो जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीमा सुरक्षा बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों से बातचीत करेंगे. सिंह के साथ केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी जाएंगे.
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