ADVERTISEMENTREMOVE AD

जादवपुर यूनिवर्सिटी: प्रोफेसर के बेटे पर यौन उत्पीड़न के 13 आरोप

जादवपुर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के बेटे पर घिनौनी और अश्लील हरकतों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप

Updated
भारत
3 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी की एक छात्रा एकबाली घोष ने अपने साथ पढ़ने वाले एकलव्य चौधरी पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. लेकिन बात इतने पर ही नहीं रुकी. एकबाली द्वारा उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद कुल 13 लड़कियों ने एकलव्य के खिलाफ आरोप लगाए हैं. एकलव्य पर लड़कियों के यौन उत्पीड़न के साथ-साथ, अॉनलाईन उत्पीड़न जैसे अपराधों के भी इल्जाम हैं.

एकलव्य जादवपुर यूनिवर्सिटी के इंग्लिश प्रोफेसर का बेटा है.

कैसे सामने आया पूरा मामला?

दरअसल अपने साथ लगातार होते उत्पीड़न से दुखी होकर जेयू की छात्रा एकबाला ने एक फेसबुक पोस्ट लिखी जो वायरल हो गई. आरोप है कि इन अपराधों में एकलव्य का साथ उसकी करीबी दोस्त जाह्मवी मुखर्जी नाम की लड़की ने दिया. जाह्मवी पर आरोप है कि वो एकलव्य द्वारा उत्पीड़ित लड़कियों को डराती और धमकाती थी.

एकबाली की वायरल हुई फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, एकबाली ने अपने यौन उत्पीड़न का अनुभव सुनाते हुए लिखा, मेरा मेरे साथ पढ़ने वाले एकलव्य चौधरी द्वारा 4 बार उत्पीड़न किया गया. यूनिवर्सिटी में मेरी शिकायत के बाद मेरा शारीरिक उत्पीड़न तो रूक गया. लेकिन यह उत्पीड़न का अंत नहीं था. एकलव्य एक प्रभावी व्यक्ति है जिसके कई दोस्त हैं. उनमें से एक है जाह्मवी मुखर्जी. उसने मेरा कई बार ऑनलाइन और ऑफलाइन उत्पीड़न किया. मैं ये सब बातें किसी से बोलना नहीं चाहती थी. लेकिन जब यह सब रुकने का नाम नहीं ले रहा था तो मैने ये बातें अपनी दोस्त को बताईं....

पूरी पोस्ट पढ़ें:

वहीं क्विंट हिंदी ने आरोप लगाने वाली लड़कियों में से एक लड़की से बात की, लड़की ने पहचान ना जारी करने की शर्त पर हमें बताया,

मैं 2014 में उनके (एकलव्य) यहां पढ़ने जाया करती थीं, जब भी लोग उनसे मिलते वो हमेशा बेहद सभ्य तरीके से सबसे मिला करते थे, सभी से कॉफी अच्छे से बातचीत करते थे. लेकिन जब उन्हें मेरा नंबर मिला तो वो मुझे फोन पर अश्लील संदेश भेजने लगे.
उत्पीड़ित लड़की (क्विंट से बातचीत में) 

लड़की के मुताबिक शुरूआत में वो हर किसी से एकलव्य की तारीफ किया करती थी. पर बाद में उसे समझ आ गया कि वो एक वहशी है. सभी 13 लडकियां जो उत्पीड़न का शिकार हुईं हैं, उन्होंने एक ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया है. इसके मुताबिक,

हम 13 लड़कियां जादवपुर यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर चंद्रायी नियोगी के बेटे एकलव्य चौधरी से अॉनलाइन और अॉफलाइन उत्पीड़न का शिकार हुईं हैं. हमें हमारी सहमति के बिना छुआ गया. हमें एक घटिया मानसिकता वाले लड़के द्वारा ये महसूस कराया गया कि हम केवल मांस के टुकड़े के अलावा कुछ नहीं हैं. उसे लगता उसके कामों का कोई अंजाम नहीं होगा. कई मामलो में उसकी दोस्त जाह्नवी मुखर्जी ने उसका साथ दिया है जो प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग की छात्रा है. इन लोगों ने एक साथ मिलकर हमें चुप रखने की कोशिश की. आज हम महिलाओं पर होने वाले इन अपराधों के खिलाफ खड़े हैं. हम महिलाओं के खिलाफ अपराधों, पुरूषवादी मानसिकता, कुलीनपंथ और उत्पीड़न का विरोध करते हैं. एकलव्य चौधरी तुम एक वहसी और यौन अपराधी हो. जाह्नवी तुमने उसके कामों में उसका साथ दिया है इसलिए तुम भी बराबर की भागीदार हो. हम आशा करते हैं कि बाकी तमाम लोग जो किसी भी तरह के उत्पीड़न का शिकार होते हैं, सामने आएंगे.

वहीं एक और लड़की ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि उसने जादवपुर यूनिवर्सिटी के एंट्रेंस टेस्ट के लिए एकलव्य से बातचीत की जिसके बाद दोनों की बातचीत हुई. जिसमें कथित तौर पर एकलव्य ने अश्लील बातचीत शुरू कर दी. जिसके बाद एक दिन घर पर उसने लड़की के साथ अश्लील हरकतें की. लड़की ने ये स्क्रीनशॉट साझा किया है.

जादवपुर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के बेटे पर घिनौनी और अश्लील हरकतों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप
स्क्रीनशॉट से पीड़ित का नाम हटा दिया गया है.
जादवपुर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के बेटे पर घिनौनी और अश्लील हरकतों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप
(फोटो: Imagur)
जादवपुर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के बेटे पर घिनौनी और अश्लील हरकतों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप
(फोटो: Imagur)
जादवपुर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के बेटे पर घिनौनी और अश्लील हरकतों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप
(Photo Courtesy: Facebook/SomenathGhosh)

आप इस स्क्रीनशॉट में देख सकते हैं कि लड़कियों को कैसे कैसे मैसेज भेजे गए थे. फिलहाल जादवपुर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहा है कि उन्हें लिखित शिकायत मिल चुकी है और वो इस मामले की तहकीकात कर रहे हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×