भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से चल रहा सीमा विवाद थमने नाम नहीं ले रहा. इस गतिरोध को रोकने के लिए दोनों देशों के सैन्य कमांडरों की 13वें दौर की बातचीत रविवार 10 अक्टूबर को होनी है.
चीन की सीमा में मोल्दो गैरिसन में सुबह साढे दस बजे से यह बातचीत शुरू होगी. वहीं इससे पहले सैनिकों को पीछे हटाने के तीसरे चरण और वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने के उपायों पर चर्चा होने की संभावना है.
इसके तहत दोनों पक्षों के बीच हॉट स्प्रिंग, देप्सांग और डेमचोक से सैनिकों को पीछे हटाने के मुद्दों पर मुख्य रूप से चर्चा होने की संभावना है.
हिंदूस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार बातचीत में चीन की ओर से दक्षिण जिन्ज्यांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट कमांडर और भारत की ओर से लद्दाख कोर कमांडर के हिस्सा लेने की संभावना है.
खबर में आगे बीजींग की ओर से बताया गया है कि अगर रविवार को पेट्रोलिंग पॉइंट 15 से डी-एस्केलेशन तक पहुंच जाता है, तो भारत और चीन दोनों 16 महीने बाद पूर्वी लद्दाख थिएटर से सैनिकों को हटाने की दिशा में काम कर सकते हैं.
भारत-चीन के बीच 31 जुलाई को हुई थी 12वें दौर की बातचीत
इससे पहले भारत और चीन के बीच 31 जुलाई को कोर कमांडर स्तर की 12वें दौर की बातचीत हुई थी. यह बातचीत करीब नौ घंटे तक चली. इसमें भारत ने पूर्वी लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और अन्य तनाव वाले स्थानों से सेना और हथियारों को जल्दी हटाने पर जोर दिया गया.
बैठक में दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध खत्म करने पर बातचीत की. चर्चा के दौरान भारत और चीन ने सीमा विवाद को लेकर विस्तार से चर्चा की थी.
इसके अलावा दोनों पक्षों ने 10 मेजर जनरल स्तर, 55 ब्रिगेडियर स्तर की वार्ता और हॉटलाइन पर 1,450 कॉल भी की हैं. इस साल फरवरी में अब तक दो हिमालयी दिग्गजों की सेना पैंगोंग त्सो के दोनों किनारों से हट चुकी है.
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