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अरविंद पनगढ़िया होंगे 16th वित्त आयोग के चेयरमैन, रंजनम पांडे बने सेक्रेटरी

16th Finance Commission का कार्यकाल 1 अप्रैल 2026 से शुरू होकर पांच साल की तक होगा.

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16th Finance Commission: नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष, अरविंद पनगढ़िया को 16वें वित्त आयोग का अध्यक्ष चुना गया. सरकार ने एक अधिसूचना में कहा कि वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव ऋत्विक रंजनम पांडे इस आयोग के सचिव होंगे. बाकी के अन्य सदस्यों के नामों की घोषणा अलग से की जायेगी. इससे पहले 15वें वित्त आयोग के चेयरमैन एन.के. सिंह हैं.

16वें वित्त आयोग का कार्यकाल 1 अप्रैल 2026 से शुरू होकर पांच साल की अवधि तक होगा. यह अपनी रिपोर्ट 31 अक्टूबर 2025 तक सौंपेगा.

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वित्त आयोग क्या काम करता है?

वित्त आयोग, संविधान के अनुच्छेद-280 के तहत हर पांच वर्ष पर गठित होने वाली एक संवैधानिक संस्था है. जिसका मुख्य काम केंद्र और राज्य के बीच टैक्स के बटवारे की सिफारिश करना होता है. आइये देखते हैं वित्त आयोग के और कौन कौन से काम होते हैं-

  • यह भारत के समेकित कोष (Consolidated fund) से राज्यों के राजस्व की सहायता अनुदान देने की सिफारिश करता है.

  • राज्य वित्त आयोग द्वारा की गई सिफारिशों के आधार पर राज्य में पंचायतों और नगर पालिकाओं के संसाधनों के पूरक के लिए राज्य की समेकित निधि को बढ़ाने के लिए आवश्यक उपाय सुझाता है.

  • आयोग आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत गठित निधियों के संदर्भ में, आपदा प्रबंधन पहल के वित्तपोषण पर वर्तमान व्यवस्था की समीक्षा कर सकता है और उचित सिफारिशें कर सकता है.

कौन हैं अरविंद पनगढ़िया?

अरविंद पनगढ़िया फेमस अर्थशास्त्री हैं, जो अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय में भारतीय राजनीतिक अर्थव्यवस्था के प्रोफेसर हैं. इसके अलावा स्कूल ऑफ इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स में भारतीय आर्थिक नीतियों पर दीपक और नीरा राज केंद्र के निदेशक भी हैं.

अरविंद पनगढ़िया जनवरी 2015 और अगस्त 2017 के बीच भारत सरकार के थिंक-टैंक, नीति आयोग के पहले उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया है. अर्थशास्त्र और सार्वजनिक नीति के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें 2012 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था.

डॉ पनगढिया एशियाई विकास बैंक (ADB) के मुख्य अर्थशास्त्री रह चुके हैं. वे विश्व बैंक और आईएमएफ जैसे विश्वस्तरीय संस्थानों के साथ विभिन्न पदों पर काम किया है. डा. पनगढ़िया, अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड(सेबी) के सदस्य भी रहे हैं.

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