उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में एक दर्दनाक हादसा होता है. एक चार पहिया गाड़ी किसानों को रौंदते हुए निकल जाती है. इस घटना में 8 लोगों की मौत हो जाती है.
इनमें सबसे छोटा 19 साल का लवप्रीत था. जिसकी मौत इस दर्दनाक घटना में हो गई. परिजनों ने बताया कि लवप्रीत अपने दोस्तों के कहने पर किसान आंदोलन में हिस्सा लेने गया था. लवप्रीत ने अपने साथ हुई घटना के बाद अपने पिता को फोन कर बताया था कि वह ठीक है, उसकी चिंता ना करें.
उसे गाड़ी ने रौंद दिया. घटना के बाद उससे मेरी फोन पर बात हुई थी, उसने कहा था कि मैं ठीक हूं, मेरी चिंता ना करें. इतनी ही बात हुईसतनाम सिंह, मृतक लवप्रीत के पिता
लवप्रीत विदेश जा कर पढ़ना चाहता था, लेकिन इस हादसे ने उसके सपनों को तोड़ दिया. सतनाम सिंह ने बताया कि लवप्रीत विदेश जाने के लिए एग्जाम पास कर के ऑस्ट्रेलिया पढ़ने जाना चाहता था.
घटना के बाद सरकार ने मृतक किसानों के परिवार को मुआवजा भी दिया है. डीएम ने मृतक लवप्रीत के घर जा कर परिजनों को मुआवजा दिया. 45 लाख रुपये का चेक मृतक लवप्रीत के घर वालों को तो मिल चुका है लेकिन इंसाफ की दरकार अभी भी है.
सतनाम सिंह ने कहा है कि "प्रशासन ने आश्वासन तो दिया है कि हफ्तेभर के अंदर कार्रवाई की जाएगी. अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो किसान संगठन इसके लिए प्रदर्शन करेंगे".
सतनाम सिंह और उनके घर वालों को उनका बेटा तो वापस नहीं मिल सका, लेकिन कई राज्यों ने भी उनको मुआवजा देने की घोषणा की है. उनके परिवार को अभी भी इंसाफ का इंतजार है.
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