- वीडियो प्रोड्यूसर- कनिष्क दांगी
- वीडियो एडिटर- अभिषेक शर्मा
सोमवार को बेंगलुरु में इनवेस्टमेंट फर्म आई मॉनेटरी एडवाइजरी (IMA) ज्वैल्स के फाउंडर और डायरेक्टर मोहम्मद मंसूर खान की एक कथित ऑडियो क्लिप वायरल होते ही कंपनी के दफ्तर को हजारों निवेशकों ने घेर लिया. क्लिप में खान यह कह रहा था कि वह खुदकुशी करने जा रहा है. इसके बाद निवेशकों को लगा कि उनका पैसा डूब जाएगा और उन्होंने घबरा कर कंपनी के कॉमर्शियल स्ट्रीट स्थित दफ्तर को घेर लिया. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर हालात काबू किए.
कंपनी में निवेशकों का 2 हजार करोड़ का निवेश
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक निवेशकों ने आईएमए में 2,000 करोड़ रुपए का निवेश कर रखा है. कंपनी के फाउंडर का कथित क्लिप वायरल होने के बाद कंपनी के तीन हजार निवेशकों ने कॉमर्शियल स्ट्रीट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और आईएमए के सामने जमा भीड़ को समझा-बुझा कर शांत किया. इस मामले की जांच के लिए एसआईटी बना दी गई है.
ऑडियो क्लिप में खान बेंगलुरु सिटी के पुलिस कमिश्नर को यह कहते सुना जा रहा है
जब तक आप यह मैसेज सुनेंगे तब तक मैं इस दुनिया से रुखसत कर चुका होऊंगा. सर, मैंने कड़ी मेहनत से कम से कम 12-13 साल लगा कर इस कंपनी को खड़ा किया है. लेकिन केंद्र और राज्य सरकार में भ्रष्टाचार की वजह से मैं ब्यूरोक्रेट्स और नेताओं को घूस देता रहा. मेरी कंपनी के बारे में पीएमओ और आरबीआई को गुमराह किया जाता रहा.
2006 में शुरू हुई कंपनी ने किया था 18 फीसदी रिटर्न का वादा
खाड़ी से लौटे मोहम्मद मंसूर ने 2006 में आईएमए ज्वैल्स कंपनी शुरू की थी. मंसूर ने एक कांग्रेस विधायक का नाम लेकर कहा कि उन्होंने उससे 400 करोड़ रुपये और अब लौटा नहीं रहे हैं क्योंकि इस लोकसभा चुनाव में उन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिला. उल्टे अब उनके लोग मेरे घर और दफ्तर में आ रहे हैं. मुझे उनसे जान का खतरा है.
2006 में शुरू हुई आईएमए ने निवेशकों को हर महीने 14 से 18 फीसदी तक तक रिटर्न का वादा किया था. यह कंपनी इस्लामी बैंकिंग और हलाल निवेश के सिद्धातों पर काम करती है. आईएमए ने ज्वैलरी, रिएल एस्टेट, बुलियन ट्रेडिंग, फार्मेसी, पब्लिशिंग, एजुकेशन और हेल्थकेयर सेक्टर में कारोबार फैला रखा है.
सीएम कुमारस्वामी ने कहा,आईएमए के मामला को गंभीरता से लिया है
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने कहा है कि आईएमए के मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है. सरकार निवेशकों की मुश्किलें समझती है. उन्होंने इस मुद्दे पर गृह मंत्री एम बी पाटिल से भी बात की है. यह मामला सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) को सौंप दिया गया है. दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
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