आज से महज कुछ दिन पहले राजधानी दिल्ली के ATM से 2 हजार के 5 'चूरन वाले' नोट निकले. वहीं मध्य प्रदेश के दमोह से भी स्टैट बैंक से नकली नोट निकलने की खबर है. ऐसे में सवाल ये है कि क्या एटीएम इतने असुरक्षित हो गए हैं कि उसमें आसानी से नकली नोट रखे जाने लगे हैं ?
60 फीसदी ATM असुरक्षित!
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के हर 5 ATM में से 3 के साथ छेड़खानी करना आसान है. ये ATMs आउटडेटेड टेक्नॉलजी पर काम कर रहे हैं, जिसमें आवश्यक सुरक्षा फीचर्स कमी है. इसी वजह से जालसाज अपने इरादों में कामयाब हो रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक एटीएम में कैश डालने वाले ओटीसी तकनीक का इस्तेमाल नहीं करते.
ओटीसी, वन टाइम पासवर्ड (OTP) जैसा ही फीचर है. जिसका इस्तेमाल एक डिजिटल लॉक की तरह किया जाता है. विकसित देशों में एटीएम की सुरक्षा के लिए इस तकनीक का बखूबी इस्तेमाल होता है.
कैसे काम करता है ओटीसी?
ओटीसी तकनीक में कैश डालने वालों को एक वन टाइम कॉम्बिनेशन नंबर दिया जाता है. एक बार कैश डालने के बाद ये पासवर्ड एक्सपायर हो जाता है. जैसे ही इस पासवर्ड का इस्तेमाल नकदी डालने वाले करते हैं, उनको आसानी से ट्रैक कर लिया जाता है. किस समय और कहां कितना कैश डाला गया है ये सारी जानकारी ट्रैक हो जाती है.
सीसीटीवी काम नहीं करते!
ATM की सुरक्षा में आसानी से सेंध लग रही है इसका एक और बड़ी वजह है सीसीटीवी यानी क्लोज सर्किट टीवी का सही ढंग से इस्तेमाल नहीं किया जाना. रिपोर्ट के मुताबिक एटीएम में लगे सीसीटीवी ज्यादातर जगहों पर या तो काम नहीं कर रहे हैं या उन पर नजर नहीं रखी जाती है. ऐसे में इन ATMs में कैश डालने वाले अपनी मर्जी के हिसाब से किसी भी समय पैसे डालते हैं.
इस मामले में कैश लॉजिस्टिक एसोशिएसन के सचिव एनएसजी राव ने हिंदुस्तान टाइम्स के कहा-
हम कई बार बैंकों से ओटीसी सिस्टम लागू करने के लिए कह चुके हैं, लेकिन बैंक इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. बैंकों के पास इस बात की भी पुख्ता जानकारी नहीं है कि उनके कितने एटीएम बूथों के सीसीटीवी काम करने की स्थिति में हैं.
चोरी की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है
ये शायद सुरक्षा फीचर्स में कमी की ही देन है कि ATM बूथ पर चोरी की वारदातों में इजाफा हो रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2013-14 में जहां 596 वारदातें दर्ज की गईं थी वहीं 2015-16 में ये बढ़कर 900 तक पहुंच गई.
पिछले साल हुई नोटबंदी के बाद सारे ATMs को रिकैलिब्रेट किया गया, लेकिन शायद उनके सुरक्षा फीचर्स पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया. हालात ये हैं कि अब एटीएम से नकली नोट निकलने की खबरें आ रही हैं.
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