महाराष्ट्र के पालघर में बच्चा चोरी की अफवाह के चलते तीन लोगों की पीट-पीट कर की गई हत्या के मामले में राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने यह जानकारी दी. देशमुख ने इस इस घटना को कोई सांप्रदायिक रंग नहीं देने की भी चेतावनी दी है. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि एक गाड़ी में सवार होकर तीन लोग मुंबई से सिलवासा जा रहे थे.
इसी दौरान कासा पुलिस थाने क्षेत्र में बच्चा चोरी की अफवाह में तीनों लोगों को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और हमला कर बुरी तरह पिटाई की, जिससे तीनों लोगों की मौत हो गई. बताया जाता तीन लोगों में दो साधु थे और एक ड्राइवर था. ये घटना गुरुवार (16 अप्रैल) रात की है.
देशमुख ने ट्वीट किया, ‘’ सूरत जा रहे तीन लोगों की पालघर में हुई हत्या में संलिप्त 101 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. हत्या के मामले में मैंने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है. दे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव से बात की. और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी अपील की.
खबरों के मुताबिक, चोरों की अफवाह के चलते बुधवार रात को कुछ डॉक्टरों और सामाजिक कार्यकर्ताओं पर गांववालों ने चोर समझकर मारपीट की थी. इसके अलावा पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया गया था. ऐसे में पुलिस पर सवाल उठाया जा रहा है कि पुलिस ने पहली घटना के बाद ही गंभीरता क्यों नहीं दिखाई.
पुलिस कार्रवाई के बीच ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया. इस घटना में एएसपी की गांड़ी के साथ भी तोड़फोड़ की गई और 4 से 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
घटना के बारे में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने ट्वीट कर कहा, 'पालघर में हुई घटना हैरान करने वाला और अमानवीय है. ऐसी विपदा के समय इस तरह की घटना और भी ज्यादा परेशान करने वाली है. मैं राज्य सरकार से गुजारिश करता हूं कि वह इस मामले की हाई लेवल जांच करवाएं और जो दोषी हैं उनके खि लाफ कड़ी कार्रवाई हो.’
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