गुजरात के सूरत (Surat) में पहली बार शहरी निकाय चुनावों में जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी के 26 पार्षदों को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही पुलिस ने आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के दो नगर प्राथमिक सिक्षण समीति (NPSS) चुनाव के कैंडिडेट को भी गिरफ्तार किया.
इन लोगों पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा था. हालांकि बाद में सभी पार्षदों को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, फिर जाकर बेल मिली.
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया है कि उन्हें पुलिस ने जानबूझकर इसलिए गिरफ्तार किया ताकि वो लोग जनरल बोर्ड मीटिंग में हिस्सा न ले सकें.
सूरत के आम आदमी पार्टी अध्यक्ष महंद्र नवाडिया ने कहा,
"पुलिस ने 26 जून को हमारे पार्षदों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. 48 घंटे तक पुलिस ने कुछ नहीं किया, लेकिन जनरल बोर्ड की मीटिंग से पहले हमारे पार्षदों को गिरफ्तार करने लगे, क्योंकि हम NPSS चुनाव में हुई गड़बड़ी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं."
वहीं दिल्ली के आम आदमी पार्टी के विधायक गुलाब सिंह ने लिखा है, "जैसे -जैसे आम आदमी पार्टी का का परिवार बढ़ रहा है, बीजेपी बोखला गई है, उसी बौखलाहट में आज सूरत के 27 काउंसलर को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कराया जा रहा है."
25 जून 2021 को सूरत महानगर पालिका की शिक्षण समिति के 8 सदस्यों के लिए चुनाव हुए थे, इसी दौरान चुनाव में धांधली का आरोप आम आदमी पार्टी ने लगाया था. पुलिस ने सूरत महानगर पालिका में तोड़फोड़ को लेकर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं के तहत आम आदमी पार्टी के पार्षदों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
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