दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम ने इस्तीफा दे दिया है. हाल के दिनों में वह देवी देवताओं पर दिए बयान की वजह से चर्चा में थे. उनके बयान पर काफी विवाद भी हुआ था. बीजेपी लगातार आम आदमी पार्टी पर निशाना साध रही थी. राजेंद्र पाल गौतम ने अपना इस्तीफा ट्वीट करते हुए लिखा, "आज मै कई बंधनों से मुक्त हुआ".
रविवार को राजेंद्र पाल ने इस्तीफा ट्वीट करते हुए लिखा, "आज महर्षि वाल्मीकि जी का प्रकटोत्सव दिवस है एवं दूसरी ओर मान्यवर कांशीराम साहेब की पुण्यतिथि भी है. ऐसे संयोग में आज मैं कई बंधनों से मुक्त हुआ. आज मेरा नया जन्म हुआ है. अब मैं और अधिक मजबूती से समाज पर होने वाले अत्याचारों व अधिकारों की लड़ाई को बिना किसी बंधन के जारी रखूंगा"
दिल्ली के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा, ये जो मुझे धमकी दे रहे हैं मैं इनसे डरता नहीं हूं. मैं अपने समाज के लिए लड़ाई लडूंगा. जिस तरह बीजेपी मेरी पार्टी और मेरे नेता को बदनाम करने की कोशिश कर रही है इससे मैं आहत हूं. समाज के हक के लिए जिस मजबूती से लड़ाई लड़नी चाहिए, उसमें एक मंत्री के तौर पर बंदिश होती है. मैं आज अपने आपको मुक्त महसूस कर रहा हूं.
क्या था पूरा मामला?
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक बौद्ध संत सैकड़ों लोगों को हिंदू धर्म से बौद्ध धर्म में प्रवेश दिला रहे थे. इनमें आम आदमी पार्टी के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम भी थे. यहां उन्होंने हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ बयान दिए थे. जिसके बाद खूब बवाल मचा था.
BJP ने की थी आलोचना
बीजेपी ने अपने बयान में कहा था कि केजरीवाल 24 घंटे के भीतर अपने मंत्री को बर्खास्त करें. गौतम का बचाव काल्पनिक है. कोई भी धर्म किसी को भी हिंदू धर्म का अपमान करने का अधिकार नहीं देता है. वहीं, इस कथित धर्मांतरण की घटना पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कठोर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. संगठन ने इसे साजिशन हिंदू समाज को बांटने और कमजोर करने की साजिश बताया था.
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