इकनॉमिक्स का 2019 नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी ने क्विंट से देश की अर्थव्यवस्था की हालत, उसे सुधारने के तरीके और अपनी नई किताब 'Good Economics for Hard Times' पर खास बातचीत की है. बनर्जी ने कहा कि राय अलग-अलग हो सकती है लेकिन इस बात के काफी सबूत हैं कि इकनॉमी की हालत खराब है.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल समेत कई बीजेपी नेताओं ने बनर्जी की कांग्रेस की NYAY स्कीम से जुड़ने पर आलोचना की थी और उन्हें लेफ्टिस्ट बताया था. इस मुद्दे पर बनर्जी ने कहा, "मैं इस बहस में पड़ना ही नहीं चाहता."
इकनॉमी की हालत पर
कॉरपोरेट टैक्स कम करने के सरकार के फैसले पर नोबेल विजेता बनर्जी ने कहा कि इसके बहुत कम सबूत हैं कि इससे विकास को प्रोत्साहन मिलेगा.
कांग्रेस की NYAY स्कीम पर
कौन हैं अभिजीत बनर्जी?
58 साल के अभिजीत विनायक बनर्जी ने कलकत्ता यूनिवर्सिटी, जवाहरलाल नेहरू यूनिर्वसिटी (JNU) से पढ़ाई की है. अभिजीत ने साल 1988 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री हासिल की. फिलहाल, वो मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर हैं.
2003 में उन्होंने एस्थर डुफेलो और सेंथिल मुलैनाथन के साथ, अब्दुल लतीफ जमील पॉवर्टी एक्शन लैब (J-PAL) की स्थापना की. वो इसके एक डायरेक्टर्स में से एक हैं.
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