ADVERTISEMENTREMOVE AD

JNU छात्रसंघ ने राजनीति की,हम लड़ेंगे छात्रों के हक की लड़ाई: ABVP

21 नवंबर को दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ ने मार्च निकाला

Updated
भारत
3 min read
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

JNU में हॉस्टल फीस बढ़ोतरी को लेकर बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है. अब 21 नवंबर को दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों ने जेएनयू छात्रों के समर्थन में मानव संसाधन मंत्रालय तक मार्च किया. मार्च में जेएनयू और दिल्ली यूनिवर्सिटी के एबीवीपी के छात्र शामिल हुए. दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की प्रेस रिलीज के मुताबिक, प्रदर्शन के दौरान पार्लियामेंट स्ट्रीट के बाहर पुलिस ने 3 विकलांग छात्र समेत कुल 160 छात्रों को हिरासत में लिया.

0

जेएनयू के हजारों छात्र छात्रसंघ के नेतृत्व में पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहा है. ऐसे में अब जेएनयू के छात्रों पर फीस का बोझ डाले जाने के खिलाफ चल रहे आंदोलन को डीयू का समर्थन भी मिला है.

छात्रों का मार्च दिल्ली में मंडी हाउस से शुरू होकर मानव संसाधन मंत्रालय तक बढ़ा. मार्च के दौरान पुलिस ने छात्रों को बैरिकेडिंग लगाकर रोकने की कोशिश की, लेकिन छात्र इसे पार करके आगे बढ़ते गए.

फीस विवाद पर पहली बार DUSU ने निकाला मार्च

18 नवंबर को जेएनयू छात्रसंघ ने संसद तक मार्च निकाला था. लेकिन तब इस मार्च में दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र आधिकारिक तौर पर शामिल नहीं हुए थे. फीस बढ़ोतरी को लेकर DUSU ने पहली बार मार्च निकाला है. DUSU ने ये मार्च कई मांगों को लेकर निकाला. इसमें JNU में बढ़ी फीस को वापस लेने, नया हॉस्टल मैनुअल रिजेक्ट करने, क्लासों को शुरू करने समेत कई मांग शामिल है. इसके साथ ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से गठित हाई पावर कमेटी को भी खत्म करने और छात्रों की सभी मांगें मानने जैसे मुद्दे रखे गए.

21 नवंबर को दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ ने मार्च निकाला
21 नवंबर को दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ ने मार्च निकाला
(फोटो: क्विंट)

एबीवीपी दिल्ली के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा, "हमारी मांग है कि फीस पूरी तरह से वापस हो, इससे कमतर हमें कोई फैसला स्वीकार नहीं. आज छात्रों के प्रदर्शन ने फीस वापसी की लड़ाई को और मजबूत किया है. हम अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों में हो रही फीस बढ़ोतरी के फैसले के खिलाफ हैं. प्रशासन को इस तरह के छात्र विरोधी फैसले लेना बंद करना होगा."

ADVERTISEMENTREMOVE AD

अलग से आंदोलन क्यों हुआ?

...क्योंकि जेएनयू छात्रसंघ ने आंदोलन की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश की और अनावश्यक रूप से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया इसलिए हमने अलग से आंदोलन किया. हम छात्रों की हक की लड़ाई को जरूर जीतेंगे.
सिद्धार्थ यादव, प्रदेश मंत्री, एबीवीपी दिल्ली

डूसू अध्यक्ष अक्षित दहिया ने कहा , "डूसू अनुचित फीस बढ़ोतरी के खिलाफ है. जेएनयू के आम छात्रों की लड़ाई में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़ा है. हम सरकार से मांग करते हैं कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान को अनुचित फीस बढ़ोतरी करने से रोके. डीयू में भी लगातार कई कॉलेजों की ओर से भी इसी तरह का छात्र विरोधी रवैया फीस को लेकर हमने देखा है और उसका पुरजोर विरोध भी किया है."

JNU मार्च में पुलिस का लाठीचार्ज

जेएनयू छात्रसंघ की तरफ से निकाले गए संसद मार्च के दौरान पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया था. जिसके खिलाफ बुधवार को जेएनयू छात्रों ने कमिश्नर ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया. छात्रों की मांग थी कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए. छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने दिव्यांग छात्रों को निशाना बनाया और उनकी पिटाई की. हालांकि पुलिस इस दावे को खारिज कर रही है. वहीं जेएनयू छात्रों ने कई वीडियो शेयर किए हैं, जिनमें पुलिसवाले जमकर लाठीचार्ज और पिटाई करते दिख रहे हैं.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×