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पूर्व ‘ABVP नेता’ ने नोट पर गांधी की जगह गोडसे की फोटो लगाई

NSUI ने पुलिस में की शिकायत, अब तक दर्ज नहीं हुआ केस

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NUSI ने शिवम शुक्ला नाम के शख्स को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का सदस्य बताते हुए शिकायत दी कि उसने 10 रूपए के नोट पर महात्मा गांधी की जगह नाथूराम गोडसे की तस्वीर लगाई और फेसबक पर पोस्ट किया. अगले ही दिन ABVP ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि NSUI संगठन को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है.

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ABVP के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक राहुल चौधरी ने क्विंट से बताया कि - ''शिवम शुक्ला को 2017 में ही संगठन से निकाला जा चुका है. उसके खिलाफ संगठन के नाम का दुरुपयोग करने का आरोप था.''

ABVP मध्य प्रदेश (महा कौशल) की राज्य सचिव सुमन यादव ने कहा कि सीधी सिटी एसपी के पास एक शिकायत दी गई है कि NSUI ने बिना वजह ABVP का नाम खराब करने की कोशिश की. यादव ने आरोप लगाया कि NSUI जानबूझ कर ABVP के खिलाफ झूठी बातों का प्रचार कर रहा है. क्विंट के पास इस शिकायत की कॉपी है.

बात सिर्फ इतनी नहीं है कि ये शख्स दो साल से ज्यादा समय से संगठन में नहीं है बल्कि उसने जो किया है हम उसका विरोध करते हैं. महात्मा गांधी राष्ट्रपति हैं और हमारी उनमें श्रद्धा अटूट है
सुमन यादव, सचिव, मध्य प्रदेश ABVP

क्या है मामला?

महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे की 111वीं जयंती पर उसे श्रद्धांजलि देने के लिए मध्य प्रदेश के सीधी जिले में खुद को ABVP का महासचिव बताने वाले ने 10 रुपये के नोट पर गांधी जी की तस्वीर की जगह गोडसे की तस्वीर लगाई और इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. जिसमें लिखा था-

“रघुपति राघव राजा राम, देश बचा गए नाथूराम. अमर महात्मा पूज्य श्री नाथूराम गोडसे जी के जन्म दिवस पर कोटि-कोटि वंदन. नाथूराम गोडसे अमर रहे.”
शिवम शुक्ला का पोस्ट

NSUI ने दर्ज कराई थी शिकायत

इस फेसबुक पोस्ट पर NSUI ने पुलिस में शिकायत कर दी. एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष दीपक मिश्रा ने सीधी कोतवाली में शिकायत दर्ज करवाई और नोट के साथ छेड़छाड़ करने और गांधी के हत्यारे गोडसे का प्रचार करने पर देशद्रोह के तहत कार्रवाई की मांग की.

इस शिकायत में मिश्रा ने दावा किया है कि शिवम ने ऐसी पोस्ट डालकर महात्मा गांधी को मानने वालों को उकसाने का काम किया है और ऐसे में लॉकडाउन के दौरान दो पक्षों में विवाद हो सकता है. इसीलिए पुलिस को शिवम के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए. मिश्रा ने कहा,

“शिवम शुक्ला, जो सीधी जिले से एबीवीपी का महासचिव है, उसने न सिर्फ भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से जारी नोट के साथ छेड़छाड़ की, बल्कि गांधी की हत्या करने वाले गोडसे की विचारधारा का प्रचार भी किया, जो जिले में लोगों को भड़का सकता है.”
दीपक मिश्रा, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष

एनएसयूआई के अध्यक्ष मिश्रा ने ये भी आरोप लगाया कि, “शुक्ला लगातार मुस्लिमों और कांग्रेस के प्रति सोशल मीडिया पर जहर उगलता है. क्योंकि वो सीधी के सांसद रीति पाठक और आरएसएस का करीबी है, इसीलिए पुलिस उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेती है.” मिश्रा ने कहा कि पुलिस में शिकायत दर्ज कराए करीब 24 घंटे से भी ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन पुलिस केस रजिस्टर करने के मूड में नहीं दिख रही और मामले में टालमटोल कर रही है.

मिश्रा ने कहा कि "राज्य में एक बार फिर बीजेपी की सरकार आ चुकी है, शिवम का सांसद के साथ अच्छा रिश्ता है, तो ऐसे में मुझे नहीं लगता है कि पुलिस उसके खिलाफ एक्शन लेगी."

जब सीधी के एसपी आरएस बेलवंशी से इस मामले को लेकर बात की गई तो उन्होंने कहा,

“मुझे इस मामले को लेकर कोई जानकारी नहीं है. अगर कुछ गलत पाया जाता है तो हम कार्रवाई करेंगे.
आरएस बेलवंशी, एसपी- सीधी
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पुलिस ने कहा, चल रही है जांच

वहीं जब कोतवाली के इंस्पेक्टर शेषमणि पटेल से बात की गई तो उन्होंने कहा, “इस शिकायत के आधार पर हम मामले की आगे जांच कर रहे हैं. जांच के बाद ये देखा जाएगा कि शिकायत पर मामला दर्ज किया जाए या फिर नहीं.”

क्विंट ने इसके बाद सीधी लोकसभा क्षेत्र से सांसद रीति पाठक से बात की. उन्होंने शिवम के इस फेसबुक पोस्ट की निंदा की. सांसद ने कहा, "मैंने उसकी पोस्ट नहीं देखी है. लेकिन अगर किसी ने सोशल मीडिया पर ऐसा पोस्ट डाला है तो इसकी किसी भी तरह से सराहना नहीं की जानी चाहिए."

जब मिश्रा के उस आरोप को लेकर सांसद से सवाल पूछा गया, जिसमें उसने दावा किया कि शिवम का स्थानीय सांसद के साथ करीबी रिश्ता है, तो इस पर सांसद रीति पाठक ने कहा, "मैं उसे नहीं जानती हूं. हर पार्टी कार्यकर्ता की उनके नेता के साथ फोटो होती है. जिसे वो फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हैं. शिवम भी उनमें से ही एक है."

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