ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत भारत द्वारा व्यवस्थित एक विशेष फ्लाइट काबुल से नई दिल्ली पहुंच गई है. इसकी मदद से 10 भारतीयों और 94 अफगानों को लाया है जिनमें अफगानिस्तान (Afghanistan) में फंसे हिंदू-सिख अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य भी शामिल हैं. निकाले गए लोगों में 3 नवजात सहित 9 बच्चे हैं. इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट करके दी है.
इससे पहले इंडियन एक्सप्रेस रिपोर्ट के अनुसार काबुल से फोन पर बात करते हुए, करता परवान सेंट्रल गुरुद्वारा के गुरनाम सिंह ने बताया है कि 110 अफगान सिखों और हिंदुओं का एक जत्था सुबह हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ.
"लगभग सौ सिख और हिंदू अभी भी यहां बचे हैं, लेकिन उनमें से कुछ व्यक्तिगत कारणों से नहीं जा सकते हैं और यदि कोई अन्य उड़ान संचालित होती है तो अन्य आने वाले दिनों में आ सकते हैं”.
गुरुग्रंथ साहिब और हिन्दू धार्मिक ग्रंथ भी आए साथ
अफगानिस्तान में ऐतिहासिक गुरुद्वारों से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के तीन स्वरुप और काबुल के प्राचीन असामाई मंदिर से रामायण, महाभारत और भगवद गीता सहित हिंदू धार्मिक ग्रंथों को भी इस जत्थे के साथ भारत लाया गया है.
भारत आने के बाद सिख धर्मग्रंथों को दिल्ली के महावीर नगर स्थित गुरुद्वारा गुरु अर्जन देव जी और हिंदू धर्मग्रंथों को फरीदाबाद के असमाई मंदिर ले जाया गया. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरु ग्रंथ साहिब को गुरुद्वारा ले जाते समय मौजूद रहे.
गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से, अफगानी सिख और हिंदू अल्पसंख्यकों को बैचों में भारत लाया जा रहा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)